पतझड़ आने को है

पेड़ों से यूँ पीले-पीले पत्तों का गिरना
पैरों के नीचे सुखे पत्तों का चरमराना
जमीन पे पड़े सुखे पत्तों का सरसराना
लगता है पतझड़ आने को है

पेड़ों पर नए पत्तों का निकलना
बच्चों का यूँ गिल्ली डंडा खेलना
नहरें और तालाबों का सुखना
लगता है पतझड़ आने को है

सरसों के पीले फूलों पर, सुर्य के किरणें पडना
खेतों में एक अनोखा सौंदर्य बिखेरना
पीले फूलों पे लाही का लिपटना
लगता है पतझड़ आने को है

खेत खलिहानों का लहलहा उठना
किसानों के चेहरे खिल उठना
हवाओं में गरमाहट आना
लगता है पतझड़ आने को है

- ✒️ प्रदुमन कुमार