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होलिका दहन और सती प्रथा जैसी बुराई हमारी संस्कृति पर कलंक थी।
बच्चे जैसा देखते वैसे संस्कार पड़ते है और वही बड़े होकर स्त्री पर एसिड अटैक, आग लगा देना जैसे अपराधिक कृत्य करते हैं ।
इसलिए होलिका दहन नहीं
बुराई दहन पर्व मनाया जाऐ
और "सत्य के साश्वत बने रहने के उपलक्ष्य में उत्सव हर्सोल्लास से मनायें"
आप सभी सज्जन और आपके परिवार को रंगभरी मंगलमय शुभेच्छा
🌸🙏🏻🌸-
सुकुन है मेरे पास
तुझे क्यों जल्दी है
यूं गुजर जाने की
|| श्यामलिका ||
धीरे धीरे कट रहा है वक्त भी
सब लुटाकर भी कुछ न मिला
सिर्फ चालाकी नजर आती हैं
मैंने सब छोड़ दिया है, उसे भी-
|| श्यामलिका ||
सफलता में कोई आनंद नहीं होता
वास्तविक आनंद तो सफलता के
लिये प्रयत्न करते हुये आता है.....-
ईश्क में लोग इतने गहरे और तन्हा हैं..
कि #सोसल_डिस्टेंस मैनेज हो रही हैं
मजाल है
कोई #को_रोना से मरना हो जाये
🤣😎😍
#COVID-19-
|| श्यामलिका ||
हम खामोशियों के शोर से गुजरे हुऐ हैं
मुस्कुराहटों की चीखे दफ्न थी वहां ।।-
उन यादों की लपटे
तेरे घर तक जरूर पहुंचेगी
फिर देखना क्या क्या सुपुर्द-ऐ-खाक होगा ।-
||श्यामलिका ||
खरीद लेते हो मुफ्त में बाजार से
इसे तो जज्बातों में तौला जाता है
रिश्ता जेब में रखने की चीज तो नहीं
इसे तो मुस्कुराहटों से चखा जाता है
🌹रिश्ते🌹-
|| श्यामलिका ||
हौसलें ! बड़े जिद्दी हैं तेरे,,
ऐ जिंदगी 😍 सिंगल 🤰 है
फिर भी मुस्कुराये जा रही है
😊😊-