जब मायके के दखल की गुणवत्ता में
निश्छल शुद्धता एवं स्नेहिल गरिमा
की उपस्थिति होती है, तो लड़कियों के घर
केवल बनते नहीं, बल्कि स्वर्ग बन जाते हैं।-
जब तक तन में श्वांस है, तब तक मन में आस
जीभ जलने पर जब चाय नहीं छोड़ी
तो असफलता के डर से संघर्ष करना क्या खाक छोड़ेंगे-
मुझको भला क्या देंगे ये टूटते हुए तारे
कह दो इनसे कि पहले खुद को बचा ले-
रेत पर नाम लिखने से क्या फायदा,
एक आई लहर कुछ बचेगा नहीं।
तुमने पत्थर सा दिल हमको कह तो दिया,
पत्थरों पर लिखोगे मिटेगा नहीं।
' विष्णु सक्सेना '-
कागा काको धन हरे, कोयल किसको देय
मीठे बोल सुनाय के, वश अपनी कर लेय
' कबीर '-
सुख चाहे विद्या पढ़े, विद्या है सुख हेतु।
भव सागर से तरन को, विद्या है दृढ़ सेतु॥-
कर्मभूमि की दुनिया में, श्रम सबको ही करना है।
उसने दी हैं सिर्फ लकीरें, रंग हमें ही भरना है।।-
उम्मीद के दिलकश पनघट पे, हम शमा जलाये बैठे हैं।
वो वादा कर के भूल गए, हम आस लगाए बैठे हैं।।-
कुछ बात तो है तेरी बातों में,
जो बात यहाँ तक आ पहुँची।
हम दिल से गये, दिल हम से गया,
ये बात कहाँ तक जा पहुँची।।-