26 JUL 2017 AT 15:26

तेरी बेबाकी के मिसरे खूब चले उस महफ़िल में
तेरी हर एक अर्ज़ को इरशाद किया था उन सबने

महफ़िल में तू नहीं, तेरे किस्से ही सही

- ज़ौक़ | Zouq