फ़क्र से सर उपर हो गया उस माँ का, जिसका बेटा देश के लिए शहीद हुआ। उस औरत ने भी खुशी खुशी गुजार ली अकेले ज़िन्दगी, जिसका पति इस देश के लिए शहीद हुआ। बहन ने भी बांधी हर उस भाई को राखी, जो उसकी रक्षा करता हुआ देश के लिए शहिद हुआ। वो बेटा भी कर रहा है तैयारी जाने की, जहां उसका पिता इस देश के लिए शहीद हुआ।