मीत हैं कृष्ण... मनप्रीत हैं कृष्ण
जीवन की मधुर संगीत हैं कृष्ण !
नटखटपन से अपनी सबको सताया,
माखन चुरा कर बड़े प्यार से खाया
अपनी वंशी की धुन पर सभी को झुमाया
गोपियों के संग रास रचाया...
रण जीतने के लिए,
रण छोड़ने का पाठ पढ़ाया
कालिया के फन पर भी
अपने नर्तक का अवतार दिखाया...
जीवन में कर्म का आधार हैं कृष्ण
माखनचोर और चितचोर हैं कृष्ण
गोवर्धन को अपनी कनिका पर धारे गिरधारी
मोर मुकुट जिनके सिरधारी
वो हैं कृष्ण... वो हैं कृष्ण...
श्यामसलोना, मनमोहना और कान्हा हैं कृष्ण
मुरलीधर और लीलाधर हैं कृष्ण...
प्रेम का सच्चा संदेश दिए हैं
गीता का जो उपदेश दिए हैं !
हर कला में हैं जो निपुण
स्वंय में ही हैं जो संपूर्ण
वो हैं कृष्ण... वो हैं कृष्ण...
आत्मसंयम का योग हैं कृष्ण
जीवन का अनूठा संयोग हैं कृष्ण !-
चॉकलेट से तो कुछ पल के लिए ही मुँह मीठा होता है,
मीठी बातों से तो सारा जीवन ही मीठा हो जाता है...-
इज़हार-ए-मोहब्बत करने का भी होता है एक सलीका
मिली स्वीकृति तो अच्छी न तो दोस्ती ही सही....-
सब को खुश करने की कोशिश में लगे रहना ही
अपने दुःखों का कारण है.....-
दोस्ती ऐसी रखो कि ये ध्यान रहे
जब कभी भी दुश्मनी हो जाए तो शर्म आने लगे-
सलीका जिनको सिखाया था हमने चलने का,
वो आज हमें ही दाएं-बाएं करने लगे....-
मैं राजनीति से उतना ही मतलब रखता हूं,
जितना राजनीति करने वाले लोगो से....-
सारा इश्क सारी मोहब्बत तो चांद पर लिख दिया
अब सूरज जल रहा है तो परेशान हैं लोग !-
रिश्तों में सबसे बेहतरीन संवाद होती है,
मौन में ही एक दूसरे की बातों को सुनना...-
एक दिन हम सब एक दूसरे को
सिर्फ यह सोचकर खो देंगे
कि वो मुझे याद नहीं करता
तो मैं क्यों करूं....-