तेरी बेबाकी के मिसरे खूब चले उस महफ़िल मेंतेरी हर एक अर्ज़ को इरशाद किया था उन सबनेमहफ़िल में तू नहीं, तेरे किस्से ही सही - ज़ौक़ | Zouq
तेरी बेबाकी के मिसरे खूब चले उस महफ़िल मेंतेरी हर एक अर्ज़ को इरशाद किया था उन सबनेमहफ़िल में तू नहीं, तेरे किस्से ही सही
- ज़ौक़ | Zouq