ऐशों आराम के पीछे लोग सब कुछ त्याग रहें हैं,
ये वो दौर है जनाब जहां लोग खुद से भाग रहें हैं।।-
Pratyay Amrit
(Pratyay)
155 Followers · 150 Following
Exploring Myself
Joined 16 January 2018
15 JUN 2020 AT 8:28
25 MAY 2020 AT 18:25
What is Regret?
Still Loving that Person because You Loved that Person.-
9 MAY 2020 AT 19:39
कि,
बिक जाती है
लोगों की अमीरी,
अमीरों के सामने।
एक ग़रीब का मान ख़रीद सको,
इतने अमीर नहीं हो तुम।।-
25 APR 2020 AT 11:08
कि,
लोगों की मोहब्बत,
जिस्म की मोहताज क्या हुई।
जिस्म बेपर्दा हुआ,
और लोग, बोली लगाने लगे।-
22 APR 2020 AT 15:16
कि,
तुम भगवान बन गए हो।
उम्मीद तो तुमसे भी है,
और तुम पत्थर के भी हो।-
1 APR 2020 AT 11:42
मुसाफ़िर पास मंज़िल के,
फिर भी जाने, क्यू दूरी है,
ये कैसा मंज़र है मुसाफ़िर?
ये कैसी मजबूरी है?-
27 MAR 2020 AT 23:28
क्या कल लहे हो Baby
से
क्या कर रहे हो एजी,
तक साथ चलोगी क्या?
कोई पूछे
हमारे बारे में,
तो बिना हिचक
इस रिश्ते को कबूलोगी क्या?-