Pratikshya Rani Chand   (The inside world)
35 Followers · 17 Following

read more
Joined 18 August 2018


read more
Joined 18 August 2018
7 JUN 2022 AT 14:00

From who is this crazy person, to that is my person,
You made me love all of your versions.
From the smiles to the unreasonable fights,
though I am not confident, still I reserve all the rights.
Video call dates are fine yeah we do not get bored,
But Oh how much I wish we had our homes next door.
thank you for being the base, thank you for being my core,
I didn't wanted this one to be serious, but I know you love me more

-


11 APR 2022 AT 4:10

मेरी क्या निशानी है तुम्हारे पास!!
किया नहीं मैने तुम्हारे लिए कुछ कभी।
मेरा प्यार ही अधूरा था,
समझ में आया मुझको सिर्फ अभी।
कभी पश्चाताप मैं करती,
कभी शिकायत मैं करती हूं,
शिकायत हैं तुमसे या खुद से
ये मैं समझ नही पाती हूं।
तुमसे मिलने का सुकर मनाऊं
या कहूं की काश हम कभी न मिलते,
भावनाएं ये दूर क्यों जाती नहीं हैं!!
क्यों न मुझको कोई इनसे आगे ले जाते!!!

-


10 APR 2022 AT 1:07

गलती हमारी थी क्या हम ढूंढते रह गए,
खूबसूरत पल सारे न जाने कहां खो गये,
दुनिया मानते थे तुमको हम अपनी,
दुनिया बिखेर के मेरी तुम कहां चले गए!!!

-


5 APR 2022 AT 17:23

सबने पूछा हुआ है क्या,
रूठे रूठे आजकल रहते हो क्यों
बांटने से बोझ होता है हल्का,
खोए खोए आजकल रहते हो क्यों ।
अब क्या बताएं उनको की
हम खुदसे ही रूठे बैठे हैं,
दिल में जो भी सौर सुनाई देता है
दिमाग तक पहुंचने नहीं देते हैं।
भावनाएं हैं जितनी भी
हैं उनको एक कोने में दफनाया करते,
जो खुद अनसुना करते हैं
किसी और को कैसे सुनाते!!

-


1 MAR 2021 AT 12:52

You are my firefly in this dark night,
In this ugliness you are my beautiful sight.
I may get hurt, I may lose in this life's fight,
But in the end you make me smile and everything turns right.

-


19 JAN 2021 AT 23:43

My heart melts when I see you smile.

-


9 JUN 2020 AT 12:41

क्या दो महीने में सिर्फ दो पंक्ति लिखता है कोई!!
तुझको थोड़ी पता में भी कितना रोई??
चिंता न कर वह शब्द तेरे लिए थे नहीं,
तुझिने तो कहा था, मेरे जीवन में हैं तेरे जैसे और कई।
तेरे लिए हमने कहां कुछ छोड़ा था!!
मतलबी दुनिया में, मैं एक और मतलबी तुझे मिला था।
इस पूरे संसार में तेरे जितने घाव किसी और का है कहां!!
और इस पूरे संसार में मेरे जैसा कसूरवार कोई और है कहां!!
ठीक है! ना देना तू मुझे कभी भी माफी,
पर खुद खुश रहने की कोशिश तो करना मेरे लिए बस इतना है काफी।

-


9 JUN 2020 AT 12:20

उसने अपने लिए आसान रास्ता लिया,
एक हसीं ज़ुबां पर लिए दूसरी ओर चल दिया।

-


9 JUN 2020 AT 12:09

रोई जिसके साथ जिसके लिए वो,
उसी ने उन आखों में आसूं दे दिया।

-


9 JUN 2020 AT 12:02

पर वही लोग निष्कर्ष पे जल्द पहुंचते हैं
जो सिर्फ एक और देख पाते हैं।
दोनो और देखने बाले दुनिया में
दोगला करार कर दिए जाते हैं।

-


Fetching Pratikshya Rani Chand Quotes