Meri falsafa-e-zindagi Yun bas itni si hai,
Har din har Kisi ko Khush rakhne ki koshish......par hath bas nakaami hi Lagni....!!-
वो कहता है तुम मुझे पहचान कैसे लेती हो मैं कितने भी मुखौटे पहन क्यूं ना लूं......
अब उसे कैसे समझाऊं मैं की पागल तुम्हारे चेहरे से नही तुम्हारी रूह से इश्क़ किया हैं हमने
इश्क़ – ए – रुह❤️-
लोग तो मुझे शायर कहते थे...!
मगर आप भी कमाल करते हो जनाब
अपने जज्बातों को बयां करते करते शायरी कह गए.....❤️-
यूं जब मेरे सामने तेरा घुटनों के बल बैठ वो हाथों में गुलाब लिए इज़हार - ए - मोहब्बत करना.......
एक पल को मुझे बड़े ही कश्मकश में डाल दिया कि तेरा ये इज़हार- ए - मोहब्बत औरों की तरह दिखावा तो नहीं और मन ने कहा इंकार कर और चलते बन,
फिर ज्यों तुम्हारी निगाहों से मेरी निगाहें टकराई, त्यों तुम्हारी आंखों में खो जाने को दिल किया वो आंखों में डर तुम्हारे आइने - सा साफ दिख रहा था ।
कुबूल और इंकार के कश्मकश में पड़ी थी वो आंखे फिर मेरे तेरे क़रीब आते ही तेरे दिल की धड़कनों का जोरो से धड़कना मानों मेरे दिल को साफ सुनाई दे रहा था फिर मानों पूरी दुनिया पल भर थम सी गई और दिल से एक ही आवाज़ आयी_
"इस प्रेम प्रस्ताव को स्वीकार कर लो"
#Happy propose day🌹❤️
This quote dedicated to all valentine couple-
Ab kiske liye main ibaadat karu
Meri dua me shamil jab wo
shakhsh hi na raha.....-
इश्क़- ए - जुनून तो कुछ इस क़दर मुझपे सवार है
तुझे पाने की चाहत भी नही पर फिर भी तेरे लिये मर मिटने को तैयार हूँ.....-
ना जाने दिल इतनी ज़ोरों से क्यूँ धड़क रहा है
लगता है उसे तेरे आने की खबर हो गयी है...... ❤❤-
ऐ रब क्या गजब का खेल खेला तूने,
मेरे दिल मे उसे जगह देकर उसके दिल मे किसी और को जगह दे दी......-
Apni mohabbat se mohabbat Karna meri fitrat
Meri mohabbat mujhse na kisi aur se mohabbat kare ye uski fitrat......-