तुम, मैं, बारिश और ये चाय ... UF!! ये मेरे महंगे महंगे ख्वाब.... -
तुम, मैं, बारिश और ये चाय ... UF!! ये मेरे महंगे महंगे ख्वाब....
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चाय पर बुलाओ तो कुछ अपना जैसा लगे....तेरा कॉफी पर बुलाना बस ऑफिस के बॉस की तरह लगता है। -
चाय पर बुलाओ तो कुछ अपना जैसा लगे....तेरा कॉफी पर बुलाना बस ऑफिस के बॉस की तरह लगता है।
कहने को तो खुश हैंलेकिन तेरे बिन मन कहा लगता है ...पंडिताइन -
कहने को तो खुश हैंलेकिन तेरे बिन मन कहा लगता है ...पंडिताइन
एक वक्त गुजरा है ,एक गुजारना बाकी है।कुछ बिगड़ गया है ,कुछ सुधारना बाकी है।। -
एक वक्त गुजरा है ,एक गुजारना बाकी है।कुछ बिगड़ गया है ,कुछ सुधारना बाकी है।।
यह एक पीएससी... और एक तुम ...और एक यह चाय ...तुम तीनों से बस एक जैसी मोहब्बत है।... -
यह एक पीएससी... और एक तुम ...और एक यह चाय ...तुम तीनों से बस एक जैसी मोहब्बत है।...
प्यास जोरों से लगी है आज भी। जल्दबाजी में नदी है आज भी।होना तो चाहिए था कंगन मगर, हाथ में उसके घड़ी है आज भी -
प्यास जोरों से लगी है आज भी। जल्दबाजी में नदी है आज भी।होना तो चाहिए था कंगन मगर, हाथ में उसके घड़ी है आज भी
नव वर्ष की मंगलकामनाआपका हर दिन त्योहार रहेशुभकामनाएं है यही की जीवन में उल्लास एवं प्रगति पर विश्वास रहे। -
नव वर्ष की मंगलकामनाआपका हर दिन त्योहार रहेशुभकामनाएं है यही की जीवन में उल्लास एवं प्रगति पर विश्वास रहे।
नए वर्ष की मंगलकामना,आपका हर दिन त्योहार रहेशुभकामनाएं है यही की जीवन में उल्लासएवं प्रगति का विश्वास रहे। -
नए वर्ष की मंगलकामना,आपका हर दिन त्योहार रहेशुभकामनाएं है यही की जीवन में उल्लासएवं प्रगति का विश्वास रहे।
पांव मुड़ने से हो रही है लाल मिट्टीउफ़ ये लड़की रंग ना दे इस जहां को कहीं आलते से। -
पांव मुड़ने से हो रही है लाल मिट्टीउफ़ ये लड़की रंग ना दे इस जहां को कहीं आलते से।
क्या तुम भूल गई? अभी कुछ दिन पहले ही तो लाइब्रेरी में...किताबो के पन्ने पलटते देखते थे तुमको.....अभी कुछ दिन पहले ही तो कैंटीन .....के मोमोज की यादें ताजा हुई थी... -
क्या तुम भूल गई? अभी कुछ दिन पहले ही तो लाइब्रेरी में...किताबो के पन्ने पलटते देखते थे तुमको.....अभी कुछ दिन पहले ही तो कैंटीन .....के मोमोज की यादें ताजा हुई थी...