Pratik Joshi  
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Joined 6 December 2019


Joined 6 December 2019
9 JUL 2023 AT 18:21

महेंद्रगिरि बापू, साधु अनुपम, जूना अखाड़ा के श्री श्री महामंडेश्वर।
कृपालु, अकृतद्रोह, सत्य-सारा, सम, निदोष, वदन्य, मृदु, सुचि।

अकिंचन, सर्वोपकारक, संत, शिव-शरण में स्थित, निर्मल चित्त।
तपस्या के पाठी, आत्म-संयमी, सम्पूर्ण विश्व में वह नम्र कामी।

जीवन में उसकी नजरें दिव्य,दुखों को राहत, तन मन की नई शिव्य।
विश्वास के आदान-प्रदान करते, सबके हृदय में भक्ति जगाते।

वचनों की मधुरता, व्यवहार में सादगी, महेंद्रगिरि बापू की अपार अमृतता।
गुणों का उच्चारण, नेत्रों की दृष्टि, प्रेम के सागर में वह प्रवाहित।

गरीबों का आश्रय, बीमारों की सेवा, धर्म की रक्षा में है उसका देवा।
शांति का सूत्रधार, प्रेम का प्रवाह, महेंद्रगिरि बापू, तेरी जय जयकार॥
- प्रतिक

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4 MAY 2020 AT 1:18

Happy birthday
Gurujii🥳 🎉🎉🎂🎂

Wish you very
happy birthday.
may life lead
you to great
happiness
success and
all your wishes
comes to true
Enjoy your
Day .......❤️😊

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4 MAY 2020 AT 0:48

हर दिशा एक जीने की आश दे आपको
हर लमहा और हर पल कुछ ख़ास दे आपको
उगता हुआ सूरज और खिलता हुआ फ़ूल भी दुआ दे आपको
फूलो से सजी हों हर सुबह शाम आपकी
यही दुआ कर्ते हेर ईश्वर से की सारी मनोकामनायें पूर्ण हो आपकी।।
।। विश यु वेरी हेपी बर्थ डे।।
- प्रतिक







।। अनंत विभूषित श्री श्री १००८ महा मंडलेश्वर महेंद्रानंद गिरिज़ि महाराज ।।

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4 MAY 2020 AT 0:04

आप हमेशा खुश रहो ,दिल की यही है आरजु ।
आप हर पल मुस्कुराते रहो, होंठों की यही गुफ़्तुगु है।
भगवान आपकी मनोकामनाएँ एवम् सपने साकार करे हर पल ख़ुशी दे आपको ।
।। जन्म दिन की ढेर सारी बधाइयाँ गुरूजी ।।
- प्रतिक

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20 FEB 2020 AT 18:30

और फिर से अपनी सुनहरी जिंदगी जिओ बिना किसी समस्या के

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12 FEB 2020 AT 13:14

જેમ સ્કૂલ નાં દિવસો યાદ
આવે છે એમ કૉલેજ નાં
દિવસો પણ યાદ આવશે.
- પ્રતિક

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9 FEB 2020 AT 18:52


આજ એટલે એક નવી આશા સાથે ઉગેલો એક દિવસ.....
- પ્રતિક

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8 FEB 2020 AT 10:59

Life is like a game
Eat , sleep and reapet..

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5 FEB 2020 AT 15:33

कितने दिल तोड़ती है यह फरवरी यु ही नहीं परवरदिगार ने इसके दिन घटाए होंगे यह तो उसकी सजा है।
- प्रतिक

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29 JAN 2020 AT 15:45

चलो ना आज फिर से वोह पुरानी याद को ताजा करते है।
चलो ना आज फिर से हम वो बचपन की जिंदगी जीते है ।
चलो ना आज फिर से पुराने खिलौने से खेलते है ।
चलो ना आज फिर से मिट्टी ने खेलकर मेले में जाने का मजा लेते है ।
चलो ना आज फिर से मा किं गोद में सोते सोते खाना खाते है।
- प्रतिक

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