लोगों की राय से अधिक
अपनी शांति को महत्व दीजिए..!-
लेखक , कलम के कलाकार !
Fb- Pratik Bhartiya
Ins... read more
वो जो जिम्मेदारियां समझते है ना, वो अपने घर वालों पर बोझ नहीं बनते कभी..उनका काम चल जाता है कम खर्च में भी, वो अपनी ख्वाहिशों को डाल देते है आने वाले समय के लिए।
घर का सहारा बनने वाले लोग फिजूल खर्ची और दिखावे में पैसा नही उड़ाते है। उनके परिवार की मजबूती की वजह असल में वही होते है।-
मरे हुए रिश्ते को जिंदा करने के लिए..
हमे जिंदा रिश्ते को मारना पड़ा..
क्या ऐसा होता है ' प्रेम ' ??
-
कुदरत से वापस लाया हूं प्यार अपना
खींच के...
इसलिए दस मिनट भी नहीं बांट सकता अपने
बीच के...!
-
समझदार व्यक्ति जब आपसे संबंध निभाना बंद कर दे तब समझ जाना चाहिये कि उसके आत्मसम्मान को कहीं न कहीं ठेस पहुँची है....
सभार 🙏-
है साहस तो कुछ जरा ऐसा बन..
परिवार के लिए ' गणेश ' जैसा बन..
जब वो वचन निभाने पर अड़ जाते है..
तब वो मां के लिए महादेव से भी लड़ जाते है..
#हम_कहिन-
जीवन में जो हो रहा है , जो हो गया है या जो होने वाला है उसको किस्मत का आधार कह देना केवल हमारी क्षणभर की आत्मसंतुष्टि करता है ।
यदि आप जीवन भर की आत्मसंतुष्टि प्राप्त करना चाहते हो तो आपको कर्म यज्ञ से किस्मत परिवर्तित करना पड़ता है ।-