न तेरा न मेरा ये वक़्त का कसूर हैछाया जो मुझ पर मोहब्बत का फ़ितूर है,चढ़ती नहीं हर शराब यूँ मुझको ऐ सनमन जाने कैसे चढ़ गया तेरा ये सुरूर है... - ©raghav
न तेरा न मेरा ये वक़्त का कसूर हैछाया जो मुझ पर मोहब्बत का फ़ितूर है,चढ़ती नहीं हर शराब यूँ मुझको ऐ सनमन जाने कैसे चढ़ गया तेरा ये सुरूर है...
- ©raghav