Pratibha Singh Kshatriya   (Pratibha Singh Kshatriya)
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Joined 11 June 2020


Joined 11 June 2020
29 JUL AT 12:02

तेरे दिये हुऐं जख्मं आज भी याद है मुझें दाग तो नहीं है लेकिन घाव आज भी मौजूद हैं!

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29 JUL AT 11:40

नागपंचमी के इस पावन पर्व के अवसर पर सभी आस्तीन के सांपों एवं नाग नागिनों को हादिॅक शुभकामनाऐं

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25 JUL AT 23:09

तुझे भुलाने की चाहत में हम खुद को मिटा बैठें हर रात तेरे प्यार को सोच कर खुद को राख बना बैठें

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24 JUL AT 23:07

तुम्हारे बिना हर पल याद आती हैं तुम्हारी मुहब्बत और वो मुस्कान जो था सच्चा प्यार लग गयी उसपे भी नजर लोगों की आज भी याद आता हैं वो प्यार अब दिल नही लगता तुम्हारे बिना

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23 JUL AT 23:48

ये आखें आज भी उसी राह पर टिकी हैं जिस राह पर तुम छोड़ गयें थे मगर ये न पता था कभी लौट के वापस न आओगें तुमनें तो कहा था कुछ पल इंतजार करो लौट के आऊंगा फिर हम साथ चलेगे हर वक्त हर लम्हा साथ गुजारेगें लेकिन तुमने झूठ कहा था झूठी मुस्कान के साथ झूठे वादें के साथ मुझे आज भी वो दिन वो शाम याद है और वो ढलता सूरज जब तुमने वादा किया था साथ चलने का मगर सब कुछ बिखर गया तुम्हारे झूठे रिश्ते के साथ आज भी याद है वो दिन वो पल ये आखें आज भी उसी राह पर टिकी हैं की लौट कर वापस आओगें और साथ चलेंगे हम !

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23 JUL AT 15:57

चल आज फिर मुहब्बत की शुरूआत करते हैं तूनें मुझे प्यार कर के बरबाद किया हम भी प्यार कर के बरबाद करतें हैं चल फिर मुहब्बत की शुरूआत करतें हैं। 🙏

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16 OCT 2022 AT 0:14





कुछ लम्हा गुजारा था उनके साथ
उनका हम सफर बनकर
मगर वो ऐसे भूल गये जैसे जिदंगी
में कभी बात ही न हुई हों

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3 AUG 2022 AT 22:46







हर किसी की खुशी के लिए हम अपनी खुशी कुर्बान करतें हैं

मगर वो हमें भार समझ के हमेशा आशूं दे देता हैं

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3 AUG 2022 AT 22:42






यहां रिश्ते मायनें नहीं रखतें हैं

यहां बस दौलत मायने रखतीं हैं

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3 AUG 2022 AT 22:36






कभी कभी अपनों के बींच में रहकर भी
दम घुटनें लगता हैं ऐसा लगता हैं कहीं चले जाएं
वहां जहां न कोई पहचान हों न कोई रिश्ता
बस अकेले पड़े रहें गुमसुम न कोई पूछें और कोई हक जतायें
क्योंकि सामने वाले को खुश रखने के हम दिन रात प्रयास करतें हैं
मगर वो हमारी एक पल खुशी नहीं चाहता हैं
हां एक बात जरूर करता हैं ताने देना नहीं छोड़ता और न जलील करना
ये उसकी सबसे अच्छी तारीफ हैं क्योंकि उसे सिर्फ अपनी खुशी अपना लाभ अपनी फिलींग बस
और उसे कुछ समझ नहीं आता वो ख़ुशी तो दूर की बात हैं कभी नहीं देता
दो पल हंस के बात भी नहीं करना न प्यार से पेश आता हैं
यहां तक अपने घर में कोई ददं भी नहीं समझा उसको लगता हैं हम सिर्फ दुःखी हैं
सामने वाला बहुत खुश हैं उसे किसी बात की परेशानी नहीं

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