आज फिर से उसकी आहट सी होगयी... पुरे बदन पे मेरे कुछ झंझनहाठ सी होगयी.... पता तो मुझे भी है....की वो लौट के वापस आयेगी नहीं.... न जाने क्यूँ आज फिर से उसकी चाहत सी होगयी....
वो दिखा रहे हैं, हमें सबुत अपने नये दस्तान ए मोहब्बत के... जनाब अगर हम ने भी पेश कि आपके किस्से ए बेवफाई के, तो जनाझा उठेगा आपके मोहब्बत का और आप अपने ही नझर में गिर जायेंगे.