30 AUG 2019 AT 15:55

शर्मिंदगी है हमको बहुत हम मिले तुम्‍हें 

तुम सरबसर खुशी थे मगर ग़म मिले तुम्‍हें 

ग़म ये नहीं कि तुम ही बहुत कम मिले हमें 

ग़म तो ये है कि तुम भी बहुत कम मिले तुम्‍हें 

- प्रतीक शुक्ला