अपनी मजबूरी को हम दीवार-ओ-दर कहने लगे
क़ैद का सामाँ किया और उस को घर कहने लगे।
दर्ज है तारीख़-ए-वस्ल-ओ-हिज्र इक इक शाख़ पर
बात जो हम तुम न कह पाए शजर कहने लगे।
शबनम रूमानी-
✿☞ 𝐁𝐨𝐫𝐧 𝐨𝐧 𝟖𝐭𝐡 𝐉𝐮𝐥𝐲 𝟐𝟎𝟎𝟏
♥️♥... read more
हमें
सिर्फ इसीलिए ही
अपनी लाइफ के
मोमेंट्स नहीं खो देने
चाहिए कि
लोग क्या कहेंगे,
क्योंकि लोग कुछ भी
कह तो सकते हैं,
लेकिन
हमें हमारे मोमेंट्स
वापस नहीं दे सकते...!!! 😉
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सभी मित्रों को होली के
इस पावन त्यौहार की
हार्दिक शुभकामनाएं...!!!
ईश्वर आपकी हर मनोकामना
पूर्ण करें...!!!
Happy Holi...!!!
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आजकल जहां लोग सबसे
अपने फायदे के लिए मिलते हैं...,
हम मिलते हैं यहां सबसे
अपना नुकसान कराने के लिए...!!!
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जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना,
अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाए...!!!
!!!...🪔🪔🪔...!!!
सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक
शुभकामनाएं और बधाई...!!!🙂🙂
!!!...🪔🪔🪔...!!!
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🇮🇳
जीवन पुष्प चढा चरणों पर,
माँगे मातृभूमि से यह वर,
तेरा वैभव अमर रहे माँ,
हम दिन चार रहें न रहे...!
🇮🇳🌼🇮🇳🌼🇮🇳
🇮🇳 जय हिन्द.! 🇮🇳 जय भारत.! 🇮🇳 वन्दे मातरम्.!-