इंसान कुदरत के साथ
खेल सकता है लेकिन
कुदरत से जीत नहीं सकता
हिमाचल प्राकृतिक आपदा ने यह
साफ संदेश दिया है।-
#अनुभवप्रताप
जो भी लिखता हुंं वह सब मात... read more
एक तराजू में रावण को
दूसरे में ख़ुद को आंक लेना
रावण दहन से पहले
एक बार अपने अंदर जरूर झांक लेना-
आजकल खबरें ज्यादा, अख़बार कम बिकते हैं।
नेते रैलियों में ज्यादा, आपदाओं में कम दिखते हैं।।-
कश्मीर की सुंदरता को
कुछ जिहादियों ने तहस-नहस कर रखा था
अब फिर से कश्मीर की घाटी में
केसर खिलने लगा है
धारा 370 के हटने से कश्मीर भी
हिंदुस्तान से मिलने लगा है-
इस बार चुनाव तो गुज़र गया,
मगर भाई भाई के बीच
एक दीवार खड़ी कर गया।-
इस जमाने में सच कोई नहीं बोलता,
अब चाहे आईने में ही झांक लो
हमारे चेहरे की उल्टी छवि दिखाता है।-
हिमाचल चुनाव ने
नवंबर महिने में भी गर्मी कर रखी।
कुछ है बेमतलब अकड़ में,
कुछ ने अपने स्वभाव में नरमी कर रखी है।-
इश्क की इंतेहा अब जिस्म तक हो गई है,
ये बीमारी उम्र की हर क़िस्म तक हो गई है।
ज़माना सिर्फ़ तमाशबीन बन कर देखता है,
चीरहरण में साबित यह बात
द्रोण भीष्म तक हो गई है।-