Prasun Ansh   (प्रसून ansh)
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From Prayagraj💖
Science student of Alld. University😊
Joined 14 June 2019


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Joined 14 June 2019
7 JUL 2019 AT 14:17

मैं उनके ख़यालों में खोया रहता हूँ
बिन बरसात से सूखी
अपने दिल की बंज़र ज़मीं में
ख्वाबों के बीज बोया रहता हूँ

बस इसी उम्मीद से उनकी ओर देखा करता हूँ
कि शायद उनकी भी नज़रें
कभी इस ज़मीं पर पड़ेंगीं
और उनके प्रेम की बारिश से
मेरे ख़्वाबों की फसल उपजेगी
बस इसी आस में अपने ख़यालों का लेखा करता हूँ

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2 JUL 2019 AT 17:32

वो दिन नहीं रहे अब
जब हम एक दूसरे में खोए रहते थे
अपने मन की बातें एक दूसरे से कहते थे

जब तुम संकुचा के मेरा दीदार करती थी
मेरे संग पानी की खली बोतलें भरती थीं
मैं भी तुम्हारे संकोच को नाज़रदाज़ करता था
तुम बोतलों के ढक्कन खोलती , मैं उनमे पानी भरता था

जब तुम phone पर घण्टों अपनी बातें सुनाकर "बोर तो नहीं हुए" पूंछती
और मैं "नहीं बिल्कुल नहीं" बोलकर फ़िरसे तुम्हारी बातें सुनने को तैयार हो जाता

जब मैं तुम्हारी छोटी बातों पर अपने लम्बे-लम्बे explanation देने लगता
और तुम "छोड़ो हटाओ, जाने दो" बोलकर मुझे चुप करा देती थी

जब मैं तुम्हे परेशान करने के लिए अज़ीब नामों से पुकारता
और तुम भी चेहरे पर गुस्सा दिखाकर , मन ही मन मुस्काती थी
वो दिन नहीं रहे अब

पर मुझे पूरा विश्वास है
ईश्वर से यही मेरी इक आस है
वो दिन फिर लौट आएंगे
और हम फ़िरसे एक दूसरे में खो जायेंगे ।

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24 JUN 2019 AT 18:02

अपने अपने पसन्द की बात है....
उन्हें हमारी बातें पसन्द हैं
और हमें वो

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22 JUN 2019 AT 16:17

ज़िन्दगी
आशा है
अभिलाषा है
एक नई भाषा है
कुछ नया करने की
परिभाषा है

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22 JUN 2019 AT 14:03

कुछ इस कदर उनका दीदार हो गया...
जिनसे ना करना था, उन्ही से प्यार हो गया ।

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21 JUN 2019 AT 15:25

सुनते सुनते इसको
समय जायेगा बीत
यही है इस
जग की रीत
निभाते रहो अपने कर्तव्य
और करो
सभी प्राणियों से प्रीत।

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21 JUN 2019 AT 14:59

वो कहती हैं हम पसंद नहीं उन्हें..
फिर भी हमारे दीदार को तरसती हैं
जब भी मिलते हैं उनसे....
सावन की बरखा सी बरसती हैं

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20 JUN 2019 AT 21:13

अब ना तरसाओ
कुछ पल को तुम यहाँ भी तो आओ

हैं सूख चुकी सारी जलधारा
कुछ बूंदों को प्यासा जग सारा
इन बंजर खेत खलियानों को
इन तपते हुए मकानों को
इन देव तुल्य किसानों को
अब ना तड़पाओ

ओ प्यारे बदरा
कुछ पल को तुम यहाँ भी तो आओ

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20 JUN 2019 AT 17:23

कुछ उनके
तो कुछ हमारे दिल खिले ।

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20 JUN 2019 AT 17:11

वो सजती नहीं घण्टों तक......
बस आँखों के काजल से इतराती है......

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