21 MAY 2018 AT 11:09

तू कौन है, तेरी औकात क्या है
धर्म क्या तेरा, तेरी जात क्या है
क्यूं गुमान है, क्या अभिमान है तुझे
इतराया फिरता है, ऐसी बात क्या है
तू कौन है, तेरी औकात क्या है
धर्म क्या तेरा, तेरी जात क्या है

नश्वर ही है, जिससे तू स्नेह जता रहा
माटी ही है, जिसको तू देह बता रहा
सब रेत सा है, मुठ्ठी से फिसलेगा ही
सब छूटने का तुझको, क्यूं संदेह सता रहा

उर ही हो शुष्क, तो सूखा क्या बरसात क्या है
तू कौन है, तेरी औकात क्या है
धर्म क्या तेरा, तेरी जात क्या है


- Dr.प्रसून तिवारी "गर्दिश