PRASHANT KUMAR YADAV   (pacific5pk)
42 Followers 0 Following

read more
Joined 12 March 2019


read more
Joined 12 March 2019
1 MAY 2022 AT 11:48

छोड़कर दुनिया मैं भी जानिब चलने को जो तय था
रुक गया देखकर तेरी आंखों में मेरी इश्क का मय था।

-


1 MAY 2022 AT 11:46

सजदे में आया हुआ वो शख्स मिल भी जाता तो अच्छा था
संग घुमा मैं साथ उसके जैसे मेले में खोया हुआ बच्चा था।
अभी अभी टकराया हूं मैं उस चेहरे से, खो गया फिर कही
निकला ही क्यूं मैं मेले से इससे तो बेहतर मेरा सजदा था।।

-


3 MAR 2022 AT 17:13

मैनें तुम्हारी कलाई पर घड़ी नही अपना वक्त बांधा है।— % &

-


3 MAR 2022 AT 17:11

मैनें तुम्हारी कलाई पर घड़ी नही अपना वक्त बांधा है।— % &

-


27 JAN 2022 AT 21:24

अपनी लिखी बातों से मैं खुद ही बिकता चला गया
नजरंदाज करके उनको उनपर ही मिटता चला गया।

-


13 JAN 2022 AT 10:29

तुझसे बात करने की खातिर अपने दोस्तों को मेरे इंतजार में रखा है
तूने मेरे इश्क़ को खुदा कहा और अपने खुदा को ही बाजार में रखा है।
हसरत रही नही तुझसे कुछ छिपाने की लगा मैं तो अकेला ही हूं
पर तूने तो पहले ही अपने दिल में मुझ जैसे हजार को रखा है।।

-


3 DEC 2021 AT 18:43

बिखरे पड़े हैं खुद को समेटे हुए
रात काटे तेरा ही नाम लेते हुए।
ये नहीं कि तनहा है हम जमाने में
बस तू गुजरती है आंख फेरे हुए।
तेरी हजार शर्तें भी मान लेंगे हम
कह दे तू कि हम सिर्फ तेरे हुए।।

-


5 NOV 2021 AT 20:15

मैं पढ़ दूंगा तुम्हारे हक़ में दुआ ये
बताओ मेरी कब्र पे आओगे क्या
जमाना पूछ बैठा गर, मुझसे रिश्ता
तुम्हारा तब अपना बताओगे क्या।

-


1 NOV 2021 AT 11:37

मेरी किताबों का तो छपना बाकी हैं
मुझे तो खुद को भी पढ़ना बाकी हैं।
मंजिल मेरी बहुत दूर लगती है मुझे
अच्छा तो अभी मेरा चलना बाकी हैं।।

-


1 NOV 2021 AT 4:35

कौन?

prashant

-


Fetching PRASHANT KUMAR YADAV Quotes