Prashant Jha  
165 Followers · 29 Following

Joined 6 February 2018


Joined 6 February 2018
13 JUL 2020 AT 16:06

आपस का ये झगड़ा कुछ तो ,
उसको भी खलता होगा
बस मैं ही तनहा थोड़ी हूं ,
वो भी तो तनहा होगा

-


20 MAY 2020 AT 19:41

वह करता रहा मेहनत खेतों में दिन रात
गर थोड़ी देर उठाता कलम स्लेट
तो,
फसलें सुधार लेता !

-


16 MAY 2020 AT 9:40

तुझसे तो कोई गिला नहीं है
क़िस्मत में मेरी सिला नहीं है

बिछड़े तो न जाने हाल क्या हो
जो शख़्स अभी मिला नहीं है

ख़ुश्बू का हिसाब हो चुका है
और फूल अभी खिला नहीं है

इक ठेस पे दिल का फूट बहना
छूने में तो आबला नहीं है

गिला=शिकायत; सिला=सफलता; आबला=छाला

-


4 APR 2020 AT 10:28

गैरत-बगैरत भला बुरा ये सब बातें हैं , बातों का क्या
तुम्हारे हर सवाल का जवाब देता हूं , मेरे सवालों का क्या

-


31 MAR 2020 AT 14:42

सड़के सुनसान देख मन में उठा सवाल है

जो सड़कों पर ही बस्ते है उनका क्या हाल है

-


12 MAR 2020 AT 10:01

बेहतर की उम्मीद में हूं , मगर बद्तर को तैयार हूं
या कोई मंजिल मिले , या नए सफर को तैयार हूं

-


1 MAR 2020 AT 21:32

डर है घर में कैसे बोला जाएगा
छोरो.....जो होगा देखा जयेगा

मैं इक चेहरा पढ़कर जाऊंगा
मेरा पेपर कल को अच्छा जाएगा

-


14 FEB 2020 AT 1:29

सूर्य जबतक क्षितिज से निकलता रहा
होके बेचैन मोम सा मै पिघलता रहा
सारा जहां था जब मोहब्बत की आगोश में
इक दिये सा था केवल मैं जलता रहा

-


7 FEB 2020 AT 22:36

जाने किस तस्सवुर से सहमा हुआ हूं
कुछ दिनों से यूं ठहरा हुआ हूं

ना लिखने लायक न जलाने के काबिल
मैं हूं सादा कागज पर भीगा हुआ हूं ।

-


26 JAN 2020 AT 1:17

मूसलसल सिल रहा मेरे अहसास को लफ्ज़ की सुई
ना जाने कब कौन सी बात ना - गवार गुजरी

-


Fetching Prashant Jha Quotes