दिन ब दिन बढ़ रही है जो,
मेरी ऐसी आदत हो गई हो तुम।
जितना भी पाऊँ कम लगती हो,
ऐसी शोहरत हो गई हो तुम।।
तुम इश्क़ हो मेरा इबादत भी मेरी,
आखिरी सांस तक माँगूंगा रब से जिसे,
कुछ ऐसी मोहलत हो गई हो तुम।।
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Idol- late shri atal bihari vajpayee🙏
Sachin pilot❤️
आपके सभी सुझाव आमन... read more
मेरी डकार पर मत जाओ ये तो मुझे भूखे पेट आती हैं।
-आदमी की कलम से
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पहले खुश था मैं,
अब खुश रहना पड़ रहा है।
बस इतना सा फर्क
तेरे जाने से पड़ रहा है।।
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तेरे दिए हुए घाबों को भी संभाल रखा है।
कुछ ऐसे इश्क़ के तोहफों का रखरखाव किया है।-
कोई समेट न सके चाहकर भी
कुछ इस तरह टूटना चाहता हूँ।
ए जिन्दगी
मैं अब तुझसे रूठना चाहता हूँ।।-
जितना भी करूँ,
मुझे बहुत कम लगता है।
ये मेरा दिल तुमसे,
इतना प्यार करता है।।-
अब मरने के बाद खत्म न होगी
तेरी ऐसी आदत है मुझे।
सिर्फ तुझसे ही नहीं
तेरे नाम से भी मोहब्बत है मुझे।।
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तू ही दवा है मेरी तू ही मेरी मर्ज है।
मिले दर्द भी तेरे साथ तो भी क्या हर्ज है।।— % &-
उनसे नजरें क्या मिली हैं,
हम उनकी नजरों में नजरबंद हो गए हैं।
कभी हम जरूरत हुआ करते थे,
आज हम खुद जरूरतमंद हो गए हैं।।— % &-