अधूरे चाहत की बाहों में सुकून तलाशते रहेंगे
आंसुओं के समुन्द्र में हम डूबकर गोते लगाते रहेंगे-
कुछ कुछ निशानी,मेरे पास है तेरी
तेरे नाम के सिवा,मैंने कोई नाम लिया ही नहीं-
पिछड़ ना जाए राहों में,तुझपे हरपल मेरी नज़र है,
तेरी नाराज़गी तेरा गुस्सा हर सब्र की हमें खबर है...-
ख़ामोश यहां दिल है मेरा,बेचैन वहां उसकी रूह है,
एक ख़्वाब से इश्क़ करने की कैसी ये जुस्तजू है...!!-
लगता है उसने ढंक लिया,आज ज़ुल्फो से अपना चेहरा है,
इसीलिए इस शहर में आज,शायद बादलों का रंग
सुनहरा है..!!-
मतलबी मुरीद है सारे,हर अक्स यहां रंग बदलता है
तुमको मुबारक मंजिल तुम्हारी,दीवाना तो हर सफ़र में अकेला ही चलता है..!!-
ऐ जनवरी,ये सर्द हवाएं क्यूं तेरी हमें इतना उलझा रही है,
हाए! चेहरे पर बिखरी जुल्फें अपनी,वो मेरे सामने ही सुलझा रही है..!!-
वो समझते रहे,हमारे इश्क़ पर पहरा बैठाकर वो हमसे खिलाफत कर गए,
पहरेदार ख़ुद ही हमें मिलाकर हमारी दास्तां सलामत कर गए..!!-
इस दिल के रास्ते वो हमारी रूह में उतरने लगे,
एक नज़र जो उनकी हमपे पड़ी,ना जाने क्यूँ हम खुद ही निखरने लगे!-
अब फासले बढ़े या फ़ख़्त कोई इल्ज़ाम लगे हम पर,
तू इश्क़ है,
तुम्हें लिखते रहेंगे आख़िरी तक हम अपनी कहानी में..!!-