सिर्फ एक क़दम ही तो बढ़ाया था कुदरत तेरी औरतूने तो पूरे रूह को ही भर दिया अल् हमस से - Vihang
सिर्फ एक क़दम ही तो बढ़ाया था कुदरत तेरी औरतूने तो पूरे रूह को ही भर दिया अल् हमस से
- Vihang