Pranjal Singh   (प्रांजल_काशीकेय)
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Joined 17 November 2022


Joined 17 November 2022
14 HOURS AGO

“ दिल टूटने का सबब ऐसा होगा ,
. सोचा न था ,
टूट भी जाएगा और आवाज़ न होंगी ”

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6 JUL AT 12:18

" सब कहते है...!!
तेरे वजूद मे बड़ा दम है ,
मै कहता मेरी जरूरते बहुत कम है "

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29 NOV 2024 AT 10:10

" इंसान एक वटवृक्ष है यारो ,
गलतियां उसके सूखे पत्ते है ,
एक सूखे हुए पत्ते के वास्ते ,
दोस्त....पूरे वृक्ष को दोषी न बनाना "

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16 NOV 2024 AT 15:45

" नींद और ख्वाहिश कभी पूरे नही होते ,
जो जितनी सुविधा में है ,
उतनी हि दुविधा में है "

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11 NOV 2024 AT 22:07

" कोई फिक्र है ही नहीं जिसका जिक्र करूँ ,
ये बात और है कि आज भी ये दिल धड़कता है "

✍️ प्रवाल_वैध 💔

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10 NOV 2024 AT 13:19

" गहरे कोहरे में तेरे होने का ग़ुमान होता है ,
तू बहुत करीब होती है , मेरे जब सुनसान होता है ,
आंखे खोलने का दिल करता है , हिम्मत नहीं होती
दूर चली जाओगी...ये बातें हर रोज आम रहता है ,
दिल जानता है सब....यूं तेरे वास्ते बदनाम रहता है ,
जहां तुम रहते थे हमेशा वो जगह खाली है अब ,
लोग पूछते है तो कह देता हूं...अब वहां राम रहता है "

Love you Baccha...💔💔

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26 OCT 2024 AT 13:16

" गलतफहमियों के पेड़ो को सींचना छोड़ दीजिए ,
उनके फल फूल दोनो सड़े हुए नज़र आते है "

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22 OCT 2024 AT 21:31

" संघर्ष की रात यूं ही अकेली गुज़र जाती है ,
बेशुमार काफिले तो दौलतमंदों की जागीर है "

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20 OCT 2024 AT 22:34

" किसी को हफ्तों से याद करना ,
जरूरी है क्या....अब वो दौर कहां ,
जो हाल खत से लिए जाते है ,
एक उंगली का करिश्मा मात्र है दुनिया ,
कर के तो देखो....!!
हम भी स्क्रीन पर उभर जाते है "

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17 OCT 2024 AT 13:46

" सोचता हूं आज कफ़न ओढ़कर सो जाऊ ,
गर....कल उठा तो सबसे मुलाकात होगी "

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