ना शाख़ों ने जगह दी, ना हवाओं ने बख़्सा,
वो पत्ता आवारा न बनता, तो और क्या करता..!-
यकीन नहीं होता,
ये वही जवानी है, जिसके सपने
हम बचपन मे देखा करते थे...!-
सब कुछ हमें खबर है, नसीहत न दीजिये
क्या होंगे हम खराब, ज़माना खराब हैं..!-
कुछ ना चढ़ाओ नवरात्रि मे माँ की थाली मे
पर याद रहे " माँ " शब्द ना चढ़े किसी भी गाली मे..!!-
सुना है कोई है नहीं तुम्हारे पास
दिल बहलाने को,
कहो तो फिर से भेज दूँ
अपना दिल दुखाने को..! 😊-
फिर कोई "जख़्म" मिलेगा, तैयार रह ऐ "दिल "
कुछ लोग पेश आ रहे हैं बड़े प्यार से 😌-
कोई मेरे बारे मे गलत कहे
तो उससे पूछना कि..
ठीक से जानते हो या यूँ ही
मन हल्का कर रहे हो..!-
खामोशियाँ बेवजह ही नहीं होतीं हैं...
कुछ दर्द इंसान की आवाज छीन लेती हैं...!-
लोग जब पूछते हैं कि, आप काम क्या करते हो..
असल मे वो हिसाब लगाते हैं कि, आपको इज्जत कितनी देनी हैं..!!-
मंजिल मिलने पर सुनाएंगे, सफ़र की दास्तां..
क्या- क्या छिन गया हमसे,
यहाँ तक पहुँचते- पहुँचते..!!-