Pranav Bisht  
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Just a Quill with an itch!
From Dehradun with love.
Joined 20 July 2021


Just a Quill with an itch!
From Dehradun with love.
Joined 20 July 2021
8 OCT 2021 AT 16:18

वो जो लम्हा जैसे गुजरा
मैं थम गया वक्त की तरह।

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26 JUL 2021 AT 21:34

कठघरे में गिरफ्त हूं
एक इल्जाम है मुझ पर
शायद दिल से दिल लगाना भी
अब गुनाह हो चला है।

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25 JUL 2021 AT 23:51

बस एक तू है और तेरा प्यार
जिसके काबिल बनने की कोशिश है सारी
वरना लेन देन की इस दुनिया में
कोई खुशी इतनी महंगी भी नहीं।

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21 JUL 2021 AT 18:28

कामयाबी की दौड़ में
हुआ कुछ ऐसा भी
हम आसमां को देखते रहे
और ज़िन्दगी सामने से गुजर गई।

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20 JUL 2021 AT 21:11

जो गिरे है तो उठेंगे जरूर
जो रुके है तो चलेंगे जरूर
होती फकत कसम तो तोड़ भी देते
कसम एक वादे की है निभाएंगे जरूर।

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20 JUL 2021 AT 18:18

वो ज़माना अलग था
वो फ़साना अलग था
हर शाम एक थी
बस ठिकाना अलग था।

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