वो जो लम्हा जैसे गुजरा
मैं थम गया वक्त की तरह।-
Just a Quill with an itch!
From Dehradun with love.
कठघरे में गिरफ्त हूं
एक इल्जाम है मुझ पर
शायद दिल से दिल लगाना भी
अब गुनाह हो चला है।-
बस एक तू है और तेरा प्यार
जिसके काबिल बनने की कोशिश है सारी
वरना लेन देन की इस दुनिया में
कोई खुशी इतनी महंगी भी नहीं।-
कामयाबी की दौड़ में
हुआ कुछ ऐसा भी
हम आसमां को देखते रहे
और ज़िन्दगी सामने से गुजर गई।-
जो गिरे है तो उठेंगे जरूर
जो रुके है तो चलेंगे जरूर
होती फकत कसम तो तोड़ भी देते
कसम एक वादे की है निभाएंगे जरूर।-