हाँ,
इस बेईमान दुनिया में,
ईमानदारी जताने चला ।
नफ़रत से उगी कांटो में,
प्यार के दो फूल खिलाने चला ।
माना के मेरी मंजिल,
पाना है बेहत मुश्किल ।
पर इन मुश्किल हालात में भी,
अपना वज़ूद बनाने चला ।।
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Motivational story teller..
Born on 19th Jan..
Having an affair with shayar... read more
कुछ ऐसा चढ़ा है तेरा नशा,
दिन हो या रात बस तेरी
याद में खोया रहता हूँ ।
तेरे प्यार में ये ज़ालिम ऐसे फ़सा,
पाके सामने बस तुझे
गले लगाना चाहता हूँ ।-
क़िस्सा ये कैसा ,
जो ना तेरा न मेरा ।
हिस्सा ये कैसा ,
जो ना तेरा न मेरा ।
फिर भी ना जाने क्यों..
इतना प्यारा लगता है
हमारे ये किस्सा ।
जिस्म के हर क़तरे पर है
बस तेरा ही हिस्सा ।-
ये नाराज़गी आपकी
कहीं मार ही ना डाले हमे,
ये बेताबी आपकी
कहीं उलझा ना डाले हमे ।
है अगर कोई शिकवा
तो बस इशारा करले हमे,
है अगर दिल में बेताबी
तो गले लगाले हमे ।-
हाँ, तुम्हें मैंने अभी तक
जाना भी नहीं,
तो ज़ाहिर सी बात है
की पहचाना भी नहीं ।
पर पता नहीं क्यों
जब से देखा हूँ तुम्हें,
लगा कभी भी ये चेहरा
कोई अनजाना ही नहीं ।-
इसे मेरी गुस्ताखी कहो या मासूमियत,
के ख़्वाब में भी आपसे शरारत करता हूँ ।
कुछ तो है आपकी ऐसी अदा और इनायत,
न चाहके भी आपकी दीदार करता हूँ ।।-
ये रूह कहाँ मानती है
फ़ासलों की बेईमानी को,
ये तो बस दिल की ग़ुलाम है
जो मिटा देती है दूरी के हर पैमाने को ।।-
कुछ फ़ासले हैं
जो मिटानी है ।
कुछ दर्द है
जो भुलानी है ।
बस इंतज़ार है
किसीकी साथ का,
जो मिल जाए
तो रूबानी है ।।-
कभी हम भी किसीके
प्यार में ख़ुद को भुला देते थे ।
कभी हम भी किसीके
ख़ुशी को बस अपना बना लेते थे ।
आज उसको भुलाने के लिए
हम ख़ुद को सजा देते हैं ।
निकालके ख़ुशी का जनाजा
हम ग़म में डूबे रहते हैं ।-
देखके उनका हसीन चेहरा,
मेरा दिन जैसे बन गया सुनहरा ।
जब मिली उनकी नज़रों से नज़र,
ख़ामख़ा ही ये नाचीज़ बन गया है शायर ।
हाए, कैसा है ये उनका अनोखा नूर,
जो तोड़ दिया ये दिल के सारे ही दस्तूर ।
रखना है उनको अपने दिल के क़रीब,
इसी लिए मिटा देंगे हम सारे ही रक़ीब ।।-