बहुत से ख्वाबों को जलाया है...
बहुत सी ख्वाइशें बिछड़ी हैं मुझसे...
शायद,
मैं खुद में एक मसान हूँ...-
Therefore I should write ❤️
Instagram : iprakharsrivastava
कल तक जो मेरा था...
आज वो मेरे ख़िलाफ़ है...
सच तो नज़र आ रहा है...
मगर पहना उसने झूट का लिबास है...
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तुम थोड़ी देर और रुक जाती...
शायद वो भी कह देता जो तुम सुनना चाहती थी...
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फिर किसी रोज़ मुलाक़ात हो जाएगी...
ज़रा राह-ए-इश्क़ पर निकलने तो दीजिए...
मन भर जाएगा सफर से भी...
एक दफ़ा दो दिलों को बिछड़ने तो दीजिए...
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जल रहा था हर एक ख्वाब उसकी नफरतों की आग में...
मैं बेखबर मोह्हबत का अलाव समझ सोता रहा...
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कुछ ठहरे हुए जज्बातों को बेताब किया उसने...
जब मेहंदी वाले हाथों से आदाब किया उसने...!
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दफ्तर की ओर कदम बढ़ रहे थे...
तभी कानों में एक आवाज़ आयी - "भा कटे "
और आसमान पर नजर गयी तो एक पतंग मानो अपने ओर मुझे बुला रही थी...
मैं वो पतंग पाना तो चाहता था,
पर उस तलक एहसास हुआ की शायद अब ये बचपन नही है, और ज़िन्दगी सिमट गई है 4×4 की क्यूबिकल में...❤️-
वक़्त भी बड़ी पैनी नज़र रखा है मेरे हर एक चाल पर...
कभी मिली फुरसत तो वक़्त को भी वक़्त का एहसास दिलाऊंगा...❤️-
ऐ ज़िन्दगी,
थोड़ा ठहर जाना आगे किसी मोड़ पर...
वक़्त लगेगा मुझे तेरे मुताबिक जीने के लिए...-