इस बेगाने ज़माने से,
हम उम्मीद लगाए रहेंगे।
मुकम्मल हुई तो जीतेंगे,
नहीं तो सीखेंगे ।-
Enthusiastic,
My Family My Life🌼
UP77➡️UP78➡️UP33
🎂:- 22APR
चलो दूर चलें,
होके मगरूर चलें ।
चलो दूर चलें,
होके मजबूर चलें ।
चलो दूर चलें,
सब से दूर चलें ।
चलो दूर चलें,
जग से दूर चलें।-
मौसम का मज़ा,
बदलाव में है।
ज़िंदगी का मज़ा,
ठहराव में है।-
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●
पहली बार जब आँख खोले थे हम,
हमारी माँ की आँखें हुई थी नम ।
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●
माँ ने सिखाया संस्कार सारा,
पिता ने दिखाया संसार सारा ।
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●
हर वस्तु के अलग अलग नाम रखते थे हम,
चाँद को कहते 'मामा' और पानी को बुलाते थे 'मम' ।
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●
डांट खाते थे जब करते थे बवाल,
शाबाशी मिलती थी जब लगाते थे सवाल ।
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●
पढ़ाई से हमेशा जी चुराते थे हम,
खेलने को सदैव तैयार रहते थे हम ।
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●
स्कूल न जाने की जिद्द पर माँ लगाती थी डांट ,
और पिता जी करते थे हमेशा पढ़ने-लिखने की बात ।
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●
रहते थे अपनी मस्ती में हर दम,
नहीं रखते थे मन में दुनिया का गम ।
●बात उस समय की है जब बच्चे हुआ करते थे हम ।●-
होंठ चुप भी रहे, मगर
निगाहें बोल देती हैं ।
मन के जज़्बातों को,
निगाहें बोल देती हैं।
चेहरे के भावों को,
निगाहें बोल देती हैं।
नूर के चमक को,
निगाहें बोल देती हैं।
दिल के दमक को,
निगाहें बोल देती हैं।-
जब मंजिलें मिल जाती हैं ।
जीवन सँवर जाते हैं ,
जब सपने साकार हो जाती हैं ।
जीवन सँवर जाते हैं,
जब खुशियाँ छा जाती हैं ।
जीवन सँवर जाते हैं ,
जब अपनो का साथ मिलता हैं ।
जीवन सँवर जाते हैं,
जब ईश्वर का आशीर्वाद मिलता हैं।-
आसमाँ की परी माँ
प्रेम की मूरत माँ
प्यारी सी सूरत माँ
बच्चों की अच्छी माँ
सबसे सच्ची माँ
ईश्वर की संरचना माँ
अनुपम रचना माँ-
चंद्रमा में माँ,
आसमाँ में माँ।
आत्मा में माँ,
परमात्मा में माँ।-
महादेव की लिखती यह "गीत" है ।
ऐसी ही हमारी प्यारी दीदी "संगीत" है ।।-