Prakhar Chaturvedi  
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National level table tennis player.
Instagram- @_prakhar_chaturvedi_
Whatsapp- 9407123416
Joined 2 March 2018


National level table tennis player.
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Joined 2 March 2018
3 MAY 2021 AT 15:42

Tujhe dekh ke sabke saath esa hi hota hai kya,
Bhala kisiki aankho mein dekh ke koi ese khota hai kya,
Mai aa jaata tere ghar tak tune ek dafa pukara to hota,
Mana har raat mulakat hoti hai tujhse khwabon mein,
Mulakat humari mukammal ho jaati tune khwaab mein hi sahi mujhe apne seene se lagaya to hota,
Teri awaaz sunne bhar se mere dukh bhi chale jaate the,
Chale jaate dukh mere agar tune apni iss zubaan se mera naam ek dafa pukara to hota,

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25 APR 2021 AT 20:03

तुम्हारा साथ हो गर तो मुश्किल समय भी खुशी से कटेगा,
हम सब कुछ आपस में आधा - आधा बांट लेंगे,
अच्छा हो या बुरा वक्त हम साथ मिलकर इसे काट लेंगे,
लड़ेंगे झगड़ेंगे मगर आख़री वक्त तक साथ चलेंगे,
इस परीक्षा कि घड़ी को हस्ते - हस्ते पार करेंगे।।

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23 APR 2021 AT 13:27

हमने सब बर्बाद कर डाला,
प्रकृति से सिर्फ लिया कुछ भी बदले में नहीं दिया,
हमने धरती पर सिर्फ तबाही मचाई,
अभी भी वक्त है इस धरती को बचा लो,
आगे आने वाली पीढियों के भविष्य को सुखमय बना दो।

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5 APR 2021 AT 14:30

वो मेरी माँ है वो मेरा अच्छा बुरा सब जानती है,
मेरे हर सुख हर दुख को वो पहचानती है,
बुरे वक्त में सिर्फ़ मां आती याद है,
उसकी डांट में भी छुपा उसका प्यार है,
घर की समृद्धि के लिए वो रखती उपवास है,
स्वर्ग है मेरे लिए वो जगह जहां होता उसका वास है,
किसी को भी दुख न मिलें बस इतनी उसकी आस है, मुझे खाना खिलाए बगैर आज भी वो सोती नहीं, कितनी भी हो तकलीफ़ मेरी माँ कभी रोती नहीं,
लेट हो जाऊं जो मैं तो चिंता में वो पचास दाफा कॉल करतीं हैं,
मेरे बिन बोले मेरी परेशानी जान जाती हैं,
वो क्या है ना वो मेरी मां है वो मेरा अच्छा बुरा सब जानती है।
Happy Birthday Mumma

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2 APR 2021 AT 21:41

वो घर वो साज़ो सामान मुझे प्यारा नहीं था क्या ?
मैं उसे क्यों छोड़ आया,
जिन गलियों में गुज़रा बचपन वो लम्हें मुझे अब याद नहीं क्या?
मैं वो गलियां क्यों छोड़ आया,
ज़िंदगी की दौड़ में,
कामयाबी की होड़ में,
दूर रहना चाहता हूं इस शहर के शोर से,
बहुत दूर आ गया हूं मैं अपनी शुरुआत से।

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27 MAR 2021 AT 21:53

ये जो सवाल लेकर घूमते हो दिल में,
तुम्हें इसका जवाब क्यों नहीं मिला।

ये जो मशाल लिए घूमते हो हाथ में,
तुम्हें इस्से रास्ता क्यों नहीं मिला।

और यूं तो दावा रोज़ लेते हो तुम,
मगर ये बताओ तुम्हें इस दर्द से आराम क्यों नहीं मिला।

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26 MAR 2021 AT 23:27

Favourite Music
Food
Writing Poems
Watching Documentaries

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21 MAR 2021 AT 17:17

जहां से टूटा न था मेरा दिल ऐसा कोई छोर नहीं, अपने लफ्ज़ों से जोड़ा उसने मेरे दिल को उसके लफ्ज़ों का कोई मोल नहीं,
उसके नाम में ही "जीवन" है,
अपने शब्दों से वो लोगों को दूसरा जीवन देती है,
वो जहां भी जाती है उस जगह को जीवित कर देती है,

उसको देखता हूं तो ऐसा लगता है कि खुदा ने पूरी दुनिया का सारा नूर इस एक शख्स में भर दिया है,
उसकी आंखें ऐसी हैं मानो खुदा भी इस दुनिया को उसी की आंखों से देखते हैं,
और उसके गाल.... उसके गाल मानो चांद की तरह चमकते हैं,
और उन गालों पर पड़ते डिंपल हैं जिन पर हमारे दिल फिसलते हैं।

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18 FEB 2021 AT 17:35

Whenever I'm eating food in a shaadi
Le Cameraman:

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14 FEB 2021 AT 14:11

बहुत मुश्किल है किसीको प्यार करके फ़िर उसी का हो जाना,
प्रेम उससे करते रहना और उसका किसी और का हो जाना,
इस न उम्मीदी के साथ जीना कि अब वो दौर कभी लौट कर नहीं आएगा,
जो मेरे थे उन लबों पर अब मेरी जगह किसी और का नाम आएगा,

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