"अगर बिकी तेरी दोस्ती तो पहले खरीददार हम होंगे।
तुझे ख़बर ना होगी तेरी कीमत, पर तुझे पाकर सबसे अमीर हम होंगे॥
"दोस्त साथ हों तो रोने में भी शान है।
दोस्त ना हो तो महफिल भी शमशान है॥"
"सारा खेल दोस्ती का हे ए मेरे दोस्त,
वरना..
जनाजा और बारात एक ही समान है।"```
- हरिवंश राय बच्चन- प्रkash Singh
18 JUL 2017 AT 8:48