Prakash Jha Vats   (प्रkash झा)
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Joined 23 August 2020


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Joined 23 August 2020
2 SEP 2021 AT 10:23

जहाँ से संभावनाएं
खत्म होती हैं,
वहीं से मेरे महावीर की
शुरुआत होतीं हैं।

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15 AUG 2021 AT 7:51

आज़ाद भारत

नंगे भूखे बच्चों पर झूठी चमकती शान है।
इंसान की इस भीड़ में इंसानियत ही गुमनाम है।
धर्म का लिबास ओढ़े तुच्छ प्राणी बना भगवान है।
खेतों में बिल्डर, सड़क पे मर रहें किसान है।
सिपाही देश का सेवक, एक सेवक नेता देश का प्रधान है।
कौन बचाएगा दूसरों से, अपने ही जब हैवान है।

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13 AUG 2021 AT 12:59

अनेकता में एकता जिस देश की पहचान है,
फिर भी हर गली लड़ रहे देखो रहीम राम है।

नारी का सम्मान सब करते देवी समान है,
पर हो रहे बलात्कार कैसे सरे आम है।

कृष्ण काली को अराधते लोग सुबह शाम है,
पर नकारे श्याम वर्ण को, ये कैसे racist इंसान है।

सुश्रुत, आर्यभट, रामानुज यही के, और जन्मे जहाँ कलाम है,
आज यहीं के युवा, नशे में तो कोई इश्क़ में बदनाम है।

इस आज़ाद हिंदुस्तान को आज मेरा सलाम है।

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20 JUN 2021 AT 17:40

ना संग चला तेरे,
तू मेरे संग चला करता है।
रखा दूरी हरदम,
तू दूर रह कर भी संग रहता है।
ममता माँ की दिखती है,
तू अपना सबकुछ छिपाता है।
खुद को नीचे रख कर,
मुझे ऊपर उठना सिखाता है।
रख कर दिल पे पत्थर,
तू पिता का फ़र्ज़ निभाता है।

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14 JUN 2021 AT 1:23

दोस्त तुमने आज 1 बजे रात में
जो बात फ़ोन कॉल पर बोला,
कभी नहीं भूलूंगा-
"तुम जो कर सकता है प्रकाश,
वो कोई नहीं कर सकता।"
#thankYouInnumerable

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6 JUN 2021 AT 14:06

मीलों का सफ़र तय कर के भी,
मंज़िल से कोसों दूर हूँ।
जल कर भी विलीन ना होने वाला,
कुछ ऐसा अनोखा कपूर हूँ।

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1 JUN 2021 AT 14:18

To bloom like a rose and a lotus,
one has to learn the art of harmonizing
with thorns and mud.

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1 JUN 2021 AT 14:11

गुलाब और कमल की तरह खिलने के लिए
कांटों और कीचड़ से तालमेल बिठाने की कला सीखनी पड़ती है।

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14 APR 2021 AT 20:18

कोई लाख कोशिश कर ले, चींटी तक का रास्ता नहीं रोक सकता,
फिर आप कैसे मान सकते हैं की आपका रास्ता कोई रोक सकता है।
~ निरंतरता अनिवार्य है। ~

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12 APR 2021 AT 19:30

जीवन जीने के लिए जल, वायु,
और भोजन आवश्यक है,
किंतु उससे भी आवश्यक यदि कुछ है,
तो वो है आशा।

भले ही व्यक्ति के पास कोई भी सुख सुविधा ना हो,
परंतु यदि उज्ज्वल भविष्य की आशा हो,
तो व्यक्ति किसी भी प्रकार का बाधा पार कर सकता है।
इसलिए यदि जीवन में सबकुछ छीन जाए या खो जाए,
फिर भी आशा नहीं छोड़ना चाहिए।
आशा की एकमात्र किरण घने से घने अंधकार को मिटाने के लिए पर्याप्त है।

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