खो गए हैं अब कहीं, हम भी किसी के आखों का तारा हुआ करते थे— % &
-
नसीब तूने ये अच्छा नही किया...
दुश्मनी मुझसे थी, बदला मां से चुकाया-
प्यारी मम्मी,
बातें तो बहुत लोगों से होती है,
पर मुझे समझने वाला अब कोई नही
हंसता मुस्कुराता तो बहुत लोगो के साथ हूं,
पर उस मुस्कान के पीछे की खुशी पहचानने वाला अब कोई नही
देर से सही, सोता तो हूं,
पर उस नींद में भी अब वो बात नही
पकवान कितने भी क्यूँ न खा लूँ ,
पर किसी में भी तेरे हाथो वाली वो बात नही
हर रात बस यही सोचता हूं कि कैसे कटेगी अब ये ज़िन्दगी,
क्योंकि ज़िन्दगी जीने में भी अब वो बात नही
-
एक घर था
अब मकान हो गया
तुम्हारे बिना माँ सब सूनसान हो गया
इतनी भी क्या जल्दी थी जो इतनी दूर चली गयी मुझसे
दो पल में तुम्हारी ममता से अब मैं अनजान हो गया-
Kuch baki tha..
Uski ek muskan ke liye use har waqt hasana
Uski ek jhalak ke liye ghanto nazre bhatkana,
Uski khwahisho ko apne sapne banana..uski nadaniyo ko apni adat si banana
Fir bhi...kuch to baki tha❤️-
Hum mile kayi bar..
baate bhi hui chaar..
Na yha se ikrar
Na wha se ikrar
nadaniya thi uski beshumar
samajh mai baitha use pyar.❤️
-
Sachchi nafrat karo...
Jhuti mohobbat to duniya wale kar hi rahe hain.-