उनसे ही तू है हारा,जिनसे तू है डरा
चल उठ खड़ा हो तू, जा दुश्मनों को पुकार तू
उठा धनुष और बाण तू, कर हनुमान का आहवान तू
चल कर पतेह सारा जाहन तू, जा दिखा दे अपनी पहचान तू
राणा का लहू तू, प्रताप का चेतक तू
राम का लक्ष्मण तू, कृष्ण का सुदामा तू
चल उठ दिखा दे इस दुनिया को, पूरा हिंदुस्तान तू
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