Pragyat Srivastava   (Pragyat Srivastava)
4 Followers · 6 Following

Software Engineer
Joined 31 May 2021


Software Engineer
Joined 31 May 2021
24 FEB 2024 AT 14:24

अब तू ही मुझे चाह ले, शायद मैं तेरा हो जाऊँ।
मेरा तुझे चाहने से दूर जाना पक्का है।

-


27 JUL 2023 AT 21:23

ना मैं कृष्ण ना ही तुम राधा,
ना ही जीना है अब आधा।
आना है तो आ ही जाओ,
जीवन भर का हो जो वादा।

मैंने लेख लिखे है तुम पे,
अब उन लेखों को ना रहना सादा।
मैंने तुझसे मिल कर जाना,
मैं हूँ पूरा ना मैं आधा।

-


12 JUL 2023 AT 0:17

हे भगवन

ना ख़ुशी और ना ही अब ये ग़म चाहिये,
मैं पागल हूँ अब बस तेरा रहम चाहिए,
ना ये समय और ना ही कोई सनम चाहिए,
मैं मिलूँ तुझसे अभी अब तू ही मुझे हरदम चाहिए।

ना अब आँखें मेरी मुझे नम चाहिए,
तू ही हो सहारा मेरा,
ना मुझे ये दर्द ना ही मरहम चाहिए,
मैं जियूँ तो तुझसे मिलूँ,
नहीं मौत मुझे इस जन्म चाहिए।

ना ये सब्द ना ही अब ये कलाम चाहिए,
तू लिखे अब ना ही मुझे ये rhythm चाहिए।

मैं नाचूँ गाऊँ तेरे संग,
ना ही कोई मुझे अब संग चाहिए,
मैं मिटूँ अब तुझमें अब तू ही तू मुझे हरदम चाहिए।

इस दुनिया में ना अब इससे ज़्यादा, ना ही कुछ कम चाहिये।

-


5 JUL 2023 AT 23:56

कभी बिन बोले भी समझ जाओ तुम,
कभी यूँही प्यार जताओ तुम,
कब तक हम ही बोले तुमसे,
कभी खुल कर सामने आओ तुम,
है तुम्हें भी इश्क़ अगर,
कभी ख़ुद भी आवाज़ लगाओ तुम।

-


1 JUL 2023 AT 12:50

कल कभी नहीं आता बस आज आता है,
अगला पल नहीं आता बस यही आता है,
हम खो देते है सारा संसार अपनी चाहतों में,
इसीलिए जीने का मज़ा हमे नहीं आता।

-


1 JUL 2023 AT 12:42

भाड़ में जाए ये दुनिया दारी,
क्या करे यह प्यारी जान हमारी,
अब क्या मर ही जाये यह ख़्वाहिशे सारी,
पर क्या कहे बड़ी प्यारी है, ये ज़िंदगी हमारी,
सोचते है चलने दे ये खींच तान सारी,
सायद कुछ समझ ही मिलेगी,
क्यों बेकार करे ये जवानी हमारी।

-


31 MAR 2023 AT 0:06

हे राम

मैं मन पर बोझ नहीं लूँगा,
मैं तुझ को दोष नहीं दूँगा।

मैं देखूँगा जो दिखलाएगा,
मैं ख़ुद पर रोष नहीं लूँगा।

मैं समझूँगा जो समझाएगा,
मैं ख़ुद को दोष नहीं दूँगा।

थक जाऊँ तो रुक जाऊँगा,
यूँ लोगो को दोष नहीं दूँगा।

दुनिया के इन चक्कर में,
मैं ख़ुद पे बोझ नहीं लूँगा।

जय श्री राम।

-


28 MAR 2023 AT 1:27

मेरे इतने दिल है तुम उसे तोड़ कहाँ तक पाओगे,
मेरा एक ही मन है, तुम मोड़ कहाँ उसे पाओगे,
ना आओगे पास मेरे, पर मुझे छोड़ कहाँ तुम पाओगे,
एक बार जो चला गया मैं मुझे भूल कहाँ तुम पाओगे,
मेरे जैसा ढूँढ तो लोगे पर मुझ सा प्रेम कहाँ तुम पाओगे।

-


28 MAR 2023 AT 1:17

लगता था दिल तोड़ा उसने, पर वो दरवाज़े खोल गई।
लफ़्ज़ों से तो कुछ ना बोला पर ‘i love you’ बोल गई।

-


2 MAR 2023 AT 19:50

इन कमज़ोरियों को तो मरना पड़ेगा,
मिला है जीवन तो निखरना पड़ेगा,
होगा दर्द तो भी क्या,
पूरानो को छोड़ आगे बढ़ना पड़ेगा।

-


Fetching Pragyat Srivastava Quotes