सच बोल कर जी नहीं पाते जो लोग ना जाने वो झूठ बोल कर सुकून से मरते कैसे है?© - प्रज्ञा-The Litterateur
सच बोल कर जी नहीं पाते जो लोग ना जाने वो झूठ बोल कर सुकून से मरते कैसे है?©
- प्रज्ञा-The Litterateur