Pragya Mishra  
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Joined 1 February 2019


Joined 1 February 2019
17 AUG 2021 AT 10:16

ज़ुबान में मिश्री,आंखों में जलन और दिल में ज़हर होने लगा है।
ये आसार ठीक नहीं है ऐ छोटे शहर की लड़की लगता है तुझको बड़ा शहर होने लगा है।।

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30 JUN 2019 AT 10:05

'महान' वो होते हैं जो किसी जनाज़े पर सफेद लिबास पहन कर जाते हैं और कहते हैं "अच्छा आदमी था"।
'इंसान' वो होते हैं जो थोड़ा पहले पहुँच जाते हैं और कहते हैं "तुम अच्छे आदमी हो" और मैं तुम्हे मरने नहीं दूंगा।
चलिये ज़माने पर एक ऐहसान करते हैं
उसे महान बनने का ठेका दे देते हैं, और
हम और आप इंसान बनते हैं।

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13 APR 2019 AT 14:59

हत्यारों को अधिक बल चाहिये। जिन्हें अवैध कब्जा करना है उन्हें अधिक छल चाहिये। और जिन्हें सिर्फ मीठी मुस्कान से विश्व विजयी होना है उन्हें श्री राम का संबल का चाहिये।
JAI SHREE RAM
SHUBH RAM NAVMI

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13 APR 2019 AT 12:51

हत्यारों को अधिक बल चाहिये। जिन्हें अवैध कब्जा करना है उन्हें अधिक छल चाहिये। और जिन्हें सिर्फ मीठी मुस्कान से विश्व विजयी होना है उन्हें श्री राम का संबल का चाहिये।
JAI SHREE RAM
SHUBH RAM NAVMI

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27 FEB 2019 AT 14:34

इस बेवफा जहाँ में वफा ढूंढते रहे।
हमभी नादाँन थे ये क्या ढूंढते रहे।।

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27 FEB 2019 AT 13:57

ना INDIA था, ना PAKISTAN था
 ना BANGLADESH था ना AFGANISTAN था
अगर कुछ था तो सिर्फ HINDOSTAN था।
और हिंदुस्तान जिंदाबाद था जिंदाबाद है और
जिंदाबाद रहेगा।

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15 FEB 2019 AT 14:35

बात धीरज रखने की तो है नहीं पर ज़रा सोचीये वो संख्या मे बहुत ज्यादा थे बहुत विशालकाय थे, वो कहीं भी घुस जाते थे,वो सब को खा जाते थे, वो प्यार से बसी बस्तियाँ  उजाड़ देते थे, पर आज डायनासौर हमेशा के लिये गायब हो चुके हैं। कयोंकि धरती माँ का हुक्म है कि वहशी दरिंदों का न नाम होगा और न नामोनिशान होगा।
#pulwama attack
RIP MY BRAVEHEARTS💔💔

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1 FEB 2019 AT 16:11


परवाज़ की चाहत में पिंजरे का परिन्दा है
उम्मीद का मारा है,  उम्मीद पे जिन्दा है.

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1 FEB 2019 AT 0:54

जो पत्थर चोट खाकर टूट जाते हैं वो कंकड़ हो जाते हैं।
और जो पत्थर चोट को सह जाते हैं वो शंकर हो जाते हैं।

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