Pragati Kaushal  
12 Followers · 5 Following

Joined 2 January 2020


Joined 2 January 2020
4 MAY 2023 AT 12:52

जब रिश्ते बोझ बन जाएँ तो क्या उन्हें छोड़ दिया जाए,
या उस बोझ को उठाता फिरूँ,
क्या करूँ ?
उनको सवार ले,
प्यारी यादें याद कर ,
उनके साथ बिताया वो वकत याद कर,
ये रिश्ते ही तो है जो हमे ख़ुशी देते है,
इस बोझ को उठा ले,
कल सब हल्का लगेगा .

-


4 MAY 2023 AT 12:40

I am all alone here,
I am lonely,
And this loneliness making a home in my heart,
And now this loneliness don’t want to leave this house,
Now this heart is not mine,
It belongs to loneliness,
And I am all alone here.

-


4 MAY 2023 AT 10:06

Night owl

-


3 MAY 2023 AT 23:44

इन खोआइशो को जला दिया जाये,
मार दिया जाये ,
तभी सुकून मिलेगा ,
बोलो तो क्या किया जाये,
अरे जी ले इन खोआइशो के साथ ,
जीने की वजह भी तो यहीं है ,
ज़िंदगी मैं जुनून है ,
सुकून है पागल,
खोआईशों को उड़ने दे,
तभी तू उड़ेगी एक दिन,
ये खोआइशें ही तो जीने की वज़ह बनती है।

-


3 MAY 2023 AT 23:27

Imagine a world,
Where fishes are chirping,
Sitting on the bark of trees,
Flying in the sky,
Where humans leaving this beautiful planet and migrating to other planet,
But earth is sad,
Do you think !
We humans are leaving so the earth is sad,
A BIG NO,
Not at all,
Earth is not happy because this planet is changed,
No birds left,
No humans left,
No water left,
Now who will going to fix it ?
Who?

-


12 MAY 2020 AT 8:24

मैने कहा यूं लोगों संग नही जाया करते.
........... मुस्कराते हुये हाथ थामा और साथ जाने की जिद कर दीये......
वो भरोसा मेरी सफेद वर्दी पर है,
और मुझे खुद पर, मै अपनी बरदी में हर वो नेक काम करुंगी ,
जिससे मेरा खुद पर, ओर
सबका इस वर्दी पर,भरोसा बरक़रार रहे!




-


3 MAY 2020 AT 0:53

There is
nothing more royal
like loyal

-


19 APR 2020 AT 11:54

लहरों का शोर बहुत है,
डूब जाने दो!

-


10 APR 2020 AT 3:10

बात संस्कारों की है वरना........

ये चुप्पी जो पहनी हुई है मैने,
ये मेरी माँ के दिये संस्कार हैं ,
ये मत भूल जाना चुपचाप सह लुंगी,
बचपन से चुप जरूर रही हूं,
लेकिन सीखा बहुत कुछ है,
इंतजार मत करना मेरे शोर का तुम,
चुपचाप भाग जाना,
वरना कहर जूडो कराटे का यूं वरसाउगी,
याद आ जाएंगे तुम्हें तुम्हारी माँ के दिये संस्कार |

-


5 APR 2020 AT 15:25

उसताज जी रिश्ते में छोटे हैं हमसे,
लेकिन हमें काम बड़े बड़े सीखा रहें हैं,
हैं स्वभाव में गर्म ,
पर बेहद प्रीय हैं ये हमें ,
ये छोटे हैं जरूर हमसे,
लेकिन दिल इनका हमसे बड़ा है,
राखी का ताैफा इनकाे पूरे साल परेशान करता है ,
पर साथ में इनको भाईदूज और अपना जन्मदिन याद आता है,
ये उसताद छोटे भाई हैं हमारे,
और बेहद प्रिय हैं हमें
😚

-


Fetching Pragati Kaushal Quotes