जब जिंदगी में अंधेरा हो
तो तू ही रोशनी की किरण नजर आती है मां
जब भी धूप में निकलू
तू छांव बन जाती है मां
ठहरी हुई ओस की बूंद हूं
तू ही इसे बरसना सिखाती है मां
मुरझाई हुई सी कली हूं
तू ही इसे खिलना सिखाती है मां
घोंसले से बिछड़ी हुई पंछी हूं
तू ही आसमान से मिलाती है मां
में तो अक्सर टूट जाया करती हूं
तू ही हौसला बनकर मुझमें नजर आती है मां
गिर जाती हूं अक्सर हार के
तू ही फिर से उठना सिखाती है मां
आज़ाद पंछी बनाकर
फिर से उड़ना सिखाती हैं मां
मतलब की इस दुनिया में
एक तू ही अपनी सी नजर आती है मां
दिल का सुकून मन का विश्वास है
सब अच्छा है मां अगर तू आस पास है-
* मां की लिखावट हूं में😊
* बनावट की दुनिया से,
लिखावट की... read more
आज कुछ यूं मुलाकात हुई तुमसे.....
होती थी जो तुम्हारे साथ
वो बातें याद आ गई.....
अक्सर हुआ करती थी जो हमारी,
वो मुलाकातें याद आ गई.....
अजनबी हम कुछ इस कदर हो गए,
जो तन्हा थी गुजारी तुम्हारे बिना
वो सारी रातें याद आ गई......
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Har waqt koi sath rahe ye jaruri toh nahi..
Kabhi kabhi kuch waqt ki dooriyaan bhi sukoon deti hai..💔-
Koi toh ho...
Jab tum khush ho toh wo muskuraye...
Jab tum dukhi ho toh wo aansu bahaye....
Haalaat kese bhi ho...
Chehre par muskaan ke sath jeena sikhayee...
Jb mann udaas ho toh wo tumhe hasaye...
Tumhare hotho par musukurahat laaye..
Berang si zindagi me rang bhar jaaye...
Tumhe khulkar jeena sikhaye...
Koi toh ho jo har haal me sath nibhayee....-
ऐ खुदा,
अगर किस्मत में मिलना लिखा ही नहीं होता,
फिर ऐसे लोगों से मिलवाते ही क्यों हो।।-
Tum bhi kya khoob kamaal karte ho...
Khaamosh aankhon se hazaron sawaal karte ho....-
ज़िंदगी जीना है तो हर हाल में जीना सिखलो,
ख़ुशी हो या गम हर माहौल में जीना सिखलो,
एक ही बार मिलती है ये ज़िन्दगी,
इसे संभाल कर रखना सीखलो।।-
जब सेे ज़िन्दगी की हक़ीक़त से रुबरु हुए है,
दुनियां से गुफ्तगू करने की चाहत ही खत्म हो गई।।-