बहुत याद आता है,''दीदी''तुम्हारा मुझे करियवा कह के बुलाना....
वो मद्धम सा मुस्कान और झूठमूठ का गुस्सा दिखाना...
समझना मेरी है,बात को और मुझे हर बात समझाना....
वो लड़ना तेरा मुझसे और बाद में प्यार
जताना....
बहुत याद आता हैं,,"दीदी"तुम्हारा मुझे करियवा कह के बुलाना...
वो शाम ढले करना बातें मुझसे,, फिर अपनी हर बात बताना...
सुन कर मेरी बेवकूफियां तुम्हारा जोर से हँस जाना...
मेरी हर गलती पर मुझे,,लतियाना और लतियाने के बाद प्यार से समझाना...
कोई और ना होगा,,तुमसे प्यारा यह मैंने है,,जाना...
बहुत याद आता है "दीदी" तुम्हारा मुझे करियवा कह के बुलाना...-
बहुत याद आता है,''दीदी''तुम्हारा मुझे करियवा कह के बुलाना....
वो मद्धम सा मुस्कान और झूठमूठ का गुस्सा दिखाना...
समझना मेरी है,बात को और मुझे हर बात समझाना....
वो लड़ना तेरा मुझसे और बाद में प्यार
जताना....
बहुत याद आता हैं,,"दीदी"तुम्हारा मुझे करियवा कह के बुलाना...
वो शाम ढले करना बातें मुझसे,, फिर अपनी हर बात बताना...
सुन कर मेरी बेवकूफियां तुम्हारा जोर से हँस जाना...
मेरी हर गलती पर मुझे,,लतियाना और लतियाने के बाद प्यार से समझाना...
कोई और ना होगा,,तुमसे प्यारा यह मैंने है,,जाना...
बहुत याद आता है "दीदी" तुम्हारा मुझे करियवा कह के बुलाना...-
दिल से निकाल कर मैंने उसे कर दिया आबाद,,
सभी दूर रहना मुझसे,,मैं हूँ पूरी तरह बरबाद,,-
अपने वादे पर खरी उतरेगी क्या,,?
बोलो इश्क़ में हद्द से गुज़रेगी क्या??-
किसी को अच्छा लगना और,,हमेशा अच्छा बने रहना उसके नज़र में बहुत कठिन है,,
-
नींद के इंतिजार मे,,ख्वाब में दीदार को...
अब लगता है,,मर जाऊंगा किसी इतवार को...-
हमे नही पसन्द है,, ये जीन्स फ्रॉक वाली लड़कियां,,
क्या तुम्हें सलवार सूट के ऊपर छोटी बिंदी लगानी आती है,,-
आंखों में सुरमा एक पैर में काला धागा,,
कैसे बचाये खुद को आशिक़ अभागा,,-
अपनी बर्बादी का खुद ही मैं,,जरिया हूँ,,
सेल्फी नही लेता,, क्योंकि मैं,बहुत करिया,,हूँ,,-
अपनी बर्बादी का खुद ही मैं,,जरिया हूँ,,
सेल्फी नही लेता,, क्योंकि मैं,बहुत करिया,,हूँ,,-