कचरा वर्तमान समय की बहुत बड़ी समस्या है। कचरा इतना बढ़ गया है कि वह मिट्टी, पानी, हवा, यहाँ तक कि इंसानो के दिमाग में भी, हर जगह फैल गया है । हमारे पुरखे कह गए है कि 'जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मन' ,आजकल हम खाने में कचरा(फ़ास्ट फ़ूड, पैक्ड फ़ूड) खा रहे है, कचरा(कोल्ड ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स) पी रहे है और सांस में हवा भी कचरे वाली ही ले रहे है(यहाँ में सिगरेट पीने वालों को टारगेट नही कर रहा हूँ..😄..प्रदूषित हवा की बात कर रहा हूँ।), प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि कचरा ही देख रहे है(फेक न्यूज़, फाल्स प्रोपेगैंडा) और कचरा ही सुन रहे है तो जब इतना कचरा कोई अपने अंदर लेगा तो जाहिर सी बात है खुद भी कचरा हो ही जायेगा। तो जब आपको कोई कचरा उगलता दिखे (ऊल जलूल, भड़काऊ बातें करता दिखे।) तो ऐसे प्रदूषण से दूर रहे और उसके कचरे को अपने अंदर न ले।
स्वच्छ रहे...स्वस्थ रहे
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