कारवां ज़िंदगी का
भला कब रुकता है
मिला कौन बिछड़ा
क्या फर्क पड़ता है-
Language known : Hin... read more
क्यों उदास
ज़िंदगी झकास
रहना बस बिंदास
बदल अपना अंदाज़
खोल दे मन बंधन
संग हवा के मुस्करा ले
यूँ हार कर बैठना क्या
ज़िंदगी चलाचली मज़ा ले-
हैं तो वह बेपरवाह
पर क्या करें
अब
उसी से हैं मोहब्बत
बेपनाह
तो हम क्या करें-
तरस जाता है तिरंगा
मज़दूर किसान के हाथ को
लिपट जाता है रो कर
शहादत से लथपथ नौजवान को-
रिश्तो की भी अपनी उम्र होती है
चलते हैं कुछ जीते जी मर जाते हैं-
झूठ सुनना नहीं चाहते
सत्य खुद बोलते नहीं
मज़बूती कलेजा चाहिए
सच पचाने के लिए-
💕If you can touch her heart without touching her
then you can melt her heart by just saying her name 💕-
ज़िन्दगी का गीत
हम गाते रहेंगे
सुख का बसंत
या हो दुःख की पतझड़
सर्दी है तो
सूरज भी एक दिन
हर मौसम ज़िन्दगी का हिस्सा है
सभी का एक सा किस्सा है
कोई रोकर पुकार रहा
कोई हंस कर गुजार रहा
थोड़ा भी बहुत है
बाक़ी निन्यान्वे का फेर
ज़िन्दगी की गुजर बसर
मुस्कुरा कर-
तोड़ता कोई नोंचता
खेल कर खिलौना बना दिया
दबा हवस पूजता देवी
चरित्र ज़माने ने कितना गिरा लिया-