जीतने का मज़ा तभी आता है ।
जब लोग आपकी हार का इंतजार कर रहे हो ।-
कहीं अकेले मे मिलकर झंझोड दूंगा उसे ।
जहां जहां से टूटा है वो जोड़ दूंगा उसे ।।
मुझे छोड़ गया वो ये कमाल है उसका ।
इरादा मैंने किया था कि छोड़ दूंगा उसे ।।-
वो तो दीवानी थी मुझे तन्हा छोड़ गई।
खुद ना रुकी....... तो अपना साया छोड़ गई।।
दुख ना सही गम तो इस बात का है।
आंखों से करके वादा होटों से मुकर गई।।-
वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी,
मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी,
उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना,
वो नादान है यारो.. अपना हाथ जला लेगी।
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मरती मोहब्बत की ख्वाहिश समझकर एक आखरी रस्म निभा देना।
मैं नहीं रोऊंगा तेरी विदाई पर, यह देखकर बस तुम मुस्कुरा देना।।-
कफन ना डालो मेरे चेहरे पर।
मुझे आदत है मुस्कुराने की।।
आज रात मत दफनाओं मुझे यारों।
क्योंकि कल उम्मीद है उनके आने की।।-
याद मत दिलाओ उसकी यारों।
वरना तमाशा यहां सरेआम हो जाएगा।।
कहानी पूछ लो उसकी, उसका नाम मत पूछो।
वरना इश्क में कोई बेवजह बदनाम हो जाएगा।।
हमें पता है तुम कहीं और के मुसाफिर हो।
हमारा शहर तो यूं ही रास्ते में आया था।।-
कौन सी नई बात है........ जो वो बेवफा निकली।
मेरे दर्द की फिर से कोई दवा ना मिली।।
उसकी याद ही तो थी........ जो मेरे सीने से गोली की तरह निकली।
और यारों...... जीना तक भूल जाया करता था
मेरी गली से जितनी मर्तबा वो निकली।।-
क्या पता था उसकी हर एक अदा की आदत हो जाएगी।
मोहब्बत करते-करते इबादत हो जाएगी।।
तुझे मुझसे नफरत करनी है तो जरा इरादे मजबूत रखना।
जरा सी चूक है तो फिर से मोहब्बत हो जाएगी।।-
वो जो सर झुकाए बैठे हैं।
चुपके से हमारा दिल चुराए बैठे हैं।।
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो।
वो बोले हम तो हाथों में मेहंदी लगाए बैठे हैं।।-