आंसुओं से निहारूं,
हर दिशाओं में
तुम्हें ही तलाशा है माधव,
तुम्हारी बावरी ने।
राधे–राधे की गूंज से,
मन का कोई कोना, रिक्त नहीं।
किसी रोज मोहक छवि लिए,
सांवरे तुम आओगे,
कर दोगे प्रेम से सिक्त।
ऐसी आस लिए, ये प्रतिक्षारत्त बावरी,
कभी नयन भिगोती है,कभी हंसती है,
कभी नाम का सुमिरन कर नृत्य,
काश कि आओ ऐसे,
मेघ आते हैं, सावन में जैसे,
सागर में उठती लहरों के जैसे,
लौट आते हैं, पतझड़ के बाद,
पंछी जैसे।
उस रोज मैं लूं , तुम्हारे पांव पखार,
आंसुओं से, निहारूं तुम्हें बारम्बार।
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I❤️My "FAMILY"...
पापा हर फ़र्ज़ निभाते हैं, जीवन भर क़र्ज़ चुकाते हैं;
बच्चों की ख़ुशी के लिए:) अपने सब सुख भूल ही जाते हैं...!!!-
🙃जो मिल जाता है...
वो आम हो ही जाता है:)
ख़ास वही है जो काश में है;❤️-
LOVE
(n.) Is a virus. It is a weak
emotion. Only hate can drive
out love.-
की हमने ऐसी भी क्या ख़ता कर दी...
जो काबिल-ए माफ़ी नहीं,
____तुमको देखा नहीं कई दिनों से;
क्या ये सज़ा काफ़ी नहीं!!!-
इन आँखों को देखकर
इनके सागर में डूब जाती हूँ मैं,
देखती ही रह जाती हूँ इन आँखों को
कि इस कदर खो जाती हूँ मैं...
आप भले ही सच में कृष्ण न हो;
आप भले ही सच में कृष्ण न हो;
लेकिन इन आँखों को देखकर
कुछ क्षण के लिए ही
राधा हो जाती हूँ मैं....-
❤️...सख़्त राहों में भी आसान सफर लगता है,
यह मेरी "माँ" की दुआओं का असर लगता है!!!-
हर बात का जवाब देने बैठ जाएंगे;
तो कभी लाजवाब नहीं बन पाएंगे!!!-
हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती;
कुछ तो असर होता है दो आत्मा के मेल का:)
वरना गोरी राधा, सांवले कृष्ण की दीवानी न होती।।।-