जश्न- ए- रात ...
दिल -ए - दिदार होगा ....
तेरे हाथ से मांग मे सिंदूर ..
हमारी मोहब्बत का इजहार होगा ।।-
ए- खुदा दुआ है हमारी ...
पुरी करदो मुराद एक बारी..
ले चलो उनसे बहुत दूर इस बारी ...
रो रो कर पुकारें मिले ना परछाई तक हमारी ।।।-
Baat kuch esi h ki ab kuch kahne ka mn nhi krta........
Bdle h log apne ese ki ab akele rhne se bhi dar nhi lgta.... 💔💔-
"शेते सर्व जगत् , यस्मिन इति शिव्।।
अथार्थ, जिसमे सारा जगत सयन कर रहा है
वही शिव है।।-
मत बांधो रस्मों के बन्धन...
ये एक बन्धें दो टूट गए...
देखो बिन विवाही राधा श्याम मिले..
और विवाही सीता छूट गई।।।।-
बेहिसाब बातों में तू खास चाहिए.....
बदलते वक्त में तेरा permanent वाला साथ चाहिए।।।।।-
Jb kdr nhi , kripya meharbaniya na dikhao.....
Suno.. Ab tum bhaad me jao ...-
सुनो.......
गलती से भी किसी से दिल ना लगाना ...
वो लाख कहै, उनके झाँसे में ना आना...
टूट कर बिखर जाओ, जो छोड जाये
उसके लिए आँसू ना बहाना ।।।।।-
मान लिया गलती है हमारी,
किसी से दिल लगाना नहीं था
यहाँ सब बैठै हैं ठगने को,
किसी को दिल का हाल बताना नहीं था
कम्बख्त किस काम कि शिध्धत हमारी,
जब उन्हें मोहब्बत निभाना नहीं था।।।-
ehsason ka pitara kuch iss kadr khol diya....
Wo the nhi hmare fir bhi dil ne unhe sb kuch bol diya..-