Prachetash Singh   (@प्रचेतश_सिंह)
10 Followers · 11 Following

Joined 2 April 2020


Joined 2 April 2020
21 JUL 2023 AT 21:52

कुछ पल, कुछ लम्हे,
कुछ घड़ियां, कुछ पहरों
से मुख मोड़ आए हैं,
हम एक शहर पीछे छोड़ आए हैं।

कुछ गलियां, कुछ राहें,
कुछ सड़कों, कुछ चौराहों
पर जीवन खो आए हैं,
हसी, खुशी, दुख और पाप
सबके दाग धो आए हैं,
हम एक शहर पीछे छोड़ आए हैं।

मासूमियत, बचपन, उत्साह,
एक आज़ादी की चाहत जैसे
सपनों का दम तोड आए हैं,
नौकरी, धन, सम्मान,
चार लोगो के बीच करने अपना नाम
दुनियादारी से नाता जोड़ आए हैं,
हम एक शहर पीछे छोड़ आए हैं।

-


21 JUN 2023 AT 22:19

मन, सोच ज़रा,
क्यों इतना तू सोच रहा।
मन, देख ज़रा,
क्यों सपने इतने तू देख रहा,
क्यों भाग रहा मंज़िल से आगे,
हिम्मत से पहले क्यों घुटने टेक रहा।
मन, समझ ज़रा,
क्यों हर रिश्ते में तू ही समझ रहा,
क्यों भाग रहा अंधी दुनिया में,
अपने सपनो में क्यों संभल रहा।
मन, बोल ज़रा,
क्यों मेरे अंदर का तू शोर रहा,
क्यों मिटा बैठा किरदार अपना,
मेरी चाहत का तू छोर रहा।
मन, सो जा ज़रा,
क्यों इतना तू जगा रहा,
क्यों लुभा रहा इस दुनिया को,
मुझको क्यों तू सता रहा।

-


27 NOV 2022 AT 19:40

किस्मत की पटरियों पर,
ज़िंदगी की रेल चला रहे,
गम के लाल सकेंतो पर रुक,
खुशियों के हरे पीछे जाते निहार रहे,
कभी तीव्र गति में सपनो से गुज़ार रहे,
कभी धीरे से असलियत के प्लेटफॉर्म पर पधार रहे,
देरी से मंज़िल पर पहुंच,
अपना वक्त बिगाड़ रहे,
सवारी अपने सामान की
स्वयं ज़िम्मेदार रहे,
यात्रीगण कृपया ध्यान दें,
किस्मत की पटरियों पर,
हम ज़िंदगी की रेल चला रहे।

-


3 OCT 2022 AT 14:12

चल रही जिंदगी की गाड़ी_ चला रहे,
खुशियां गम हर सवारी_ बिठा रहे,
गड्ढे पत्थर के बगल से_ घुमा रहे,
मुश्किलों के पहाड़ हैं_ चढ़ा रहे,
अश्कों की रफ्तार_ घटा रहे,
सफलता नाम है उस मंज़िल_ जा रहे,
चल रही ज़िंदगी की गाड़ी_ चला रहे।

-


30 SEP 2022 AT 22:55

अपने आत्मसम्मान को गिरवी रख,
उनके अहंकार को चूमा ना करो,
प्यार करो, पर खुद को सूना ना करो।

अपने अश्कों को पानी बता,
उनकी मुस्कुराहटों में,
अपने दर्द छुपाया ना करो,
प्यार करो, पर खुद को सताया ना‌ करो।

अपने सपनों को भुला,
उनकी महत्वाकांक्षाओं को,
यूं सब कुछ मान घूरा ना करो,
प्यार करो, पर खुद को अधूरा ना करो।

अपने बिखरते रिश्तों में,
खुद के लिए अपमानों की,
उनसे अब और दुआ ना करो,
प्यार करो, पर इस प्यार को पूरा ना करो।

-


26 JUL 2022 AT 2:11

नींदें खो गईं,
हसी भी गायब है,
पर प्यार में,
इतना तो जायज़ है !!

अरमानों की अर्थी पर,
एक झलक और पाने तक,
ज़िंदा रहने की कवायद है,
पर प्यार में,
इतना तो जायज़ है !!

टूट रहीं घड़ी की सुईयां,
अश्कों से टकरा कर,
ज़िंदगी के कुछ पल
छूट रहे शायद है,
पर प्यार में,
इतना तो जायज़ है !!

चाहत बनाम सम्मान की जंग में
खुशियों की सेज पर,
जल रहे जज़्बात
मेहज़ कागज़ है,
पर प्यार में
इतना तो जायज़ है !!

-


11 APR 2022 AT 0:01

सबके सपनो को पूरा करने के लगन में,
अपने सपने खो रहे हैं,
पिता धूप में जल रहे,
और बच्चे उनकी छाव में सो रहे हैं ।

-


27 MAR 2022 AT 1:15

Haan, thoda wait kiya maine,
Zada nhi bas shayad aadha din,
Par,Koi baat nhi,
It's ok...
Busy hoge na tum,
Kitna kaam rehta hai tumhe,
Suno, kaam krne me khana khana mat bhulna,
Maine? Nhi abhi to nhi khaya,
Par, koi baat nhi,
It's ok...
Oh, to aaj ye hua,
Acha isne ye kaha,
Are waah achi jgh Rahi hogi na ghumne ki,
Acha pta aaj kya hua !!!
Haan so jao thak gye hoge,
Nhi kuch nhi ese hi koi baat tha,
Par, koi baat nhi,
It's ok...
Kaise tabiyat kharab kr liya,
Dwa le lo, ye khalo, vo kr lo,
Doctor k pass gye the,
Acha chutti nhi..
Mujhe?? Nhi kuch nhi thodi sardi bas,
Par, koi baat nhi,
It's ok...
Sorry mai baat nhi kr paya,
Vo meri sansein ruk gyin,
Nhi kuch khaas nhi chota sa accident tha,
Haan akhiri baar dekh nhi paya tumhe,
Par,koi baat nhi,
It's ok...

-


23 FEB 2022 AT 17:52

गलत न हों तब भी उनके सामने मस्तक झुका लेते हैं,
पुरुष प्रेम में खुद को बस इतना गिरा लेते हैं।

-


17 FEB 2022 AT 19:05

Magic works on faith, 🪄
You trust it,
It happens...😊
You don't believe it,
It Stops happening!!! 😇

-


Fetching Prachetash Singh Quotes