हरदिन अलग कहानी होगी।
तुझको भी परेशानी होगी।।
रातों में जब रोयेगी तू।
आँखें पानी पानी होंगी।।
याद तुझे मैं आऊँगा तब।
पर मैं मिल न पाऊंगा तब।।
न कोई मेरी निशानी होगी।
आँखें पानी पानी होंगी।।
याद करेगी जब उस दिन को।
मेरे बिन बीते जो गिन को।।
फिर वो रुत न सुहानी होगी।
आँखें पानी पानी होंगी।।
दिल मेरा जो तोड़ा तूने।
नही कहीं का छोड़ा तूने।।
गलती सभी चुकानी होगी।
आँखें पानी पानी होंगी।।
प्रेम अमन का ओछा था क्या।
तूने कुछ भी सोचा था क्या।।
ये भी क्या नादानी होगी।
आँखें पानी पानी होंगी।।-
संघर्षों के कठिन मार्ग पर,चलना मुझे अकेला है।
इस भीड़ में अपना कोई न... read more
इश्क़ वफ़ा सब गद्दारी है।
सच्ची बस अपनी यारी है।।
और नही कुछ भी सच है।
बस दिखावे की दिलदारी है।।-
शब्द शब्द जोड़ मैंने, कविता रचाई आज।
सारी व्यथा लिखकर, सबको सुनाता हूँ।।
देश में जो चलती है, राजनीति जाति वाली।
ऐसी दशा देख चुप, रह नही पाता हूँ।।
आइना दिखाने को मैं, आज आप मध्य आया।
ऐसा वैसा नही सब, सच बतलाता हूँ।।
होतीं अस्मिता है जब, देश की जो तार तार।
लेखनी कटार भांति, अमन चलाता हूं।।-
गुलाबी होंठ तेरे हैं, नशीली आँख लगती है। करें किससे तेरी उपमा, तू खासम खास लगती है।।
जो सपने में तू आती है, तो चांदनी रात लगती है।
ये सब कहते है पर मुझको, तू लल्लनटॉप लगती है।।
-
समय आ गया है अब चलना पड़ेगा।
मोहब्बत अब मुझको करना पड़ेगा।।
पता है मुझे इश्क में खतरा ऐ जान है।
मगर इस खतरे से मुझको लड़ना पड़ेगा।।
-
हमारी जिंदगी में एक बस ये सिलसिला चलता।
तुम्हारी याद में चेहरा हमारा खिलखिला चलता।।
तुम्हें हम याद करते हैं, तो नम आँखें भी होती पर।
तुम्हारे साथ हम चलते हमारा दिल मिला चलता।।-
लाल होंठ काले घुंघराले बाल लेके देखो।
करने को नैनों से शिकार चली आयी है।।
बिजली गिराती हुई अँखियाँ मिलाती हुई।
लगता है हाथों में कटार लेके आयी है।।
मैंने देखा फूल था चमेली और चंपा वाला।
पर ये गुलाब का श्रृंगार कर आयी है।।
यौवन को देखते ही प्रेमीजन मर जाते।
रूप कामदेव का उधार लेके आयी है।।
-
कोई फूलों पे मरता है, कोई कलियों पे करता है।
जो मरता है वतन खातिर, उसे हम शेर कहते हैं।।-
कुछ यादें बनी रहेंगी, कुछ ख्वाब भी आयेंगे।
पर जाने वाले चले गए, वो लौट न पायेंगे।।-
यादों के पन्ने और दिल की किताबें खुली रखना।
मोहतरमा हमारी याद कभी भी आ सकती है।।-